Move to Jagran APP

सूखे नाले में फेंके गए मृत मुर्गे

हरदोई, जागरण संवाददाता : बावन रोड पर शुक्रवार शाम सड़क किनारे सूखे नाले में बड़ी संख्या में मृत मुर्गे

By Edited By: Published: Fri, 20 Feb 2015 08:03 PM (IST)Updated: Fri, 20 Feb 2015 08:03 PM (IST)
सूखे नाले में फेंके गए मृत मुर्गे

हरदोई, जागरण संवाददाता : बावन रोड पर शुक्रवार शाम सड़क किनारे सूखे नाले में बड़ी संख्या में मृत मुर्गे पड़े होने से सनसनी फैल गई। अहम बात यह कि शाम तक पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी तक नहीं थी। हालांकि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वे मामले की जांच करने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।

loksabha election banner

हरदोई-बावन रोड पर सोमवंशीपुरवा के निकट सड़क किनारे सूखा नाला है। इस नाले में शुक्रवार शाम को बड़ी संख्या में मुर्गे-मुर्गियां मृत मिले। इसकी जानकारी सबसे पहले सोमवंशीपुरवा में रहने वाले बाशिंदों को हुई तो वे लोग मौके पर पहुंच गए। देखते ही देखते राहगीरों और ग्रामीणों की भीड़ मौके पर लग गई। वैसे भी स्वाइन फ्लू की दहशत के बीच एक साथ इतने मुर्गो के मर जाने से तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। हड़कंप मचने के बावजूद जनपद में पशु चिकित्सा विभाग के जिम्मेदारों को घटना की जानकारी तक नहीं मिली। जागरण ने जब इस बारे में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. आरएम दीक्षित से बात की तो उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मौके पर पशु चिकित्सकों को भेज कर वस्तुस्थिति का पता कराया जाएगा। इसके कारण पूछने पर उन्होंने संभावना जताई कि हो सकता है कि किसी बीमारी के चलते मुर्गे मर गए हों, लेकिन बिना जांच के कुछ भी स्पष्ट कह पाने में उन्होंने असमर्थता व्यक्त की।

..तो पशु चिकित्सक भी क्या करें : जनपद में नकलविहीन बोर्ड परीक्षा के कारण स्टेटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। जनपद में कुल 28 पशु चिकित्सक हैं। सीवीओ डा. दीक्षित की मानें तो सभी पशु चिकित्सकों को बोर्ड परीक्षा में स्टेटिक मजिस्ट्रेट बना दिया गया है। ऐसे में जांच के लिए भी पशु चिकित्सकों को ड्यूटी से मुक्त कराना होगा।

बर्ड फ्लू फैलाते हैं मुर्गे

स्वाइन फ्लू का कहर बरप रहा है। इससे पूर्व बर्ड फ्लू का प्रकोप फैला था। बर्ड फ्लू कहीं न कहीं मुर्गो से ही फैलता है। अब स्वाइन फ्लू से लोग डरे हुए हैं। दूसरी तरफ मुर्गे मरे मिले। चिकित्सक खुद मानते हैं कि बर्ड फ्लू मुर्गे से ही फैलता है। उन्होंने बताया कि बीमार मुर्गा का मांस खाने से बीमारी हो सकती है। बीमारी से बचने के लिए मांस को उच्च तापमान पर पकाना जरूरी होता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.