बिना एसपी की अनुमति के दारोगा ने कराई लाइन में आमद, सस्पेंड
पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता का एक नया मामला सामने आया है। पिलखुवा कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने अधिकारियों का मौखिक आदेश मानते हुए अपनी आमद पुलिस लाइन में करा ली। जब अपर पुलिस अधीक्षक ने परेड की और दरोगा को वहां पाया तो पूरी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई। एसपी ने अनुशासन बरतने वाले उपनिरीक्षक को सस्पेंड कर दिया है। जबकि हैड मोहर्रिर को भी सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई से पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता का एक नया मामला सामने आया है। पिलखुवा कोतवाली में तैनात एक दारोगा ने अधिकारियों का मौखिक आदेश मानते हुए अपनी आमद पुलिस लाइन में करा ली। जब अपर पुलिस अधीक्षक ने परेड की और दारोगा को वहां पाया तो पूरी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई। एसपी ने अनुशासन बरतने वाले उपनिरीक्षक को सस्पेंड कर दिया है। जबकि हेड मोहर्रिर को भी सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई से पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि पिलखुवा कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक राजेंद्र ¨सह ने करीब दो-तीन दिन पहले क्षेत्राधिकारी का मौखिक आदेश मानते हुए अपनी आमद पुलिस लाइन में करा दी। जबकि पुलिस लाइन में आमद कराने के लिए लिखित आदेश की आवश्यकता होती है। जब राजेंद्र ¨सह ने आमद लाइन में कराई तो प्रतिसार निरीक्षक को भी आदेशों का पता नहीं लग सका।
एसपी ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक राम मोहन ¨सह ने पुलिस लाइन में जाकर परेड में भाग लिया था। जिसमें दारोगा को देखकर वह हैरान हो गए थे। इस मामले की रिपोर्ट उनके पास पहुंची तो उन्होंने इस मामले को अनुशासनहीनता माना। पुलिस विभाग में यदि अनुशासन नहीं होगा तो इस प्रकार की घटना अक्सर होंगी। मामले को गंभीरता से लेते हुए दारोगा राजेंद्र ¨सह और पिलखुवा कोतवाली के हैड मोहरिर्र राजेश को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। किसी भी हाल में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।