असौड़ा के आंगनबाड़ी केंद्र में बंद किए बेसहारा पशु
बेसहारा पशुओं द्वारा फसल को बर्बाद करने से जिले के किसान काफी परेशान हैं। असौड़ा के ग्रामीणों ने परेशान होकर पशुओं को आंगनबाड़ी केंद्र में बंद कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बार बार शिकायत करने के बाद भी अफसर गंभीर नहीं हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बेसाहरा पशुओं को शहरों में तो काफी पकड़वाया गया लेकिन ग्रामीण अंचल में किसानों को इनसे कोई
जागरण संवाददाता, हापुड़ : बेसहारा पशुओं द्वारा फसल को बर्बाद करने से किसान काफी परेशान हैं। असौड़ा के ग्रामीणों ने बेसहारा पशुओं को पकड़ कर आंगनबाड़ी केंद्र में बंद कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी अधिकारी बेसहारा पशुओं को नहीं पकड़वा रहे हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बेसहारा पशुओं को शहरों में तो पकड़ा गया, लेकिन ग्रामीण अंचल में किसानों को राहत नहीं दी गई। इन पशुओं द्वारा उनकी फसलों के बर्बाद किए जाने से परेशान ग्रामीण ग्राम गांलद और तुमरैल आदि कई ग्रामों में बेसहारा पशुओं को पकड़ कर स्कूलों में बंद कर रहे हैं। असौड़ा के ग्रामीणों ने शनिवार को बेसहारा पशुओं को आंगनबाड़ी केंद्र में बंद कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि इन पशुओं ने खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया। शिकायत करने के बाद भी अधिकारी इस समस्या का समाधान नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी देहात क्षेत्र से बेसहारा पशुओं को नहीं पकड़ा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही किसानों की इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा। शुक्रवार की सुबह को पुलिस गांव में पहुंची और बेसहारा पशुओं को आंगनबाड़ी केंद्र से निकलवाया। अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव का कहना है कि बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जनपद में पशु आश्रय केंद्र बनाने का कार्य चल रहा है। जल्द ही समस्या का समाधान कराया जाएगा।