अघोषित बिजली कटौती से बेहाल हैंडलूमनगरी पिलखुवा
संवाद सहयोगी पिलखुवा अघोषित बिजली कटौती के कारण हैंडलूमनगरी पिलखुवा बेहाल है। बिजली
संवाद सहयोगी, पिलखुवा :
अघोषित बिजली कटौती के कारण हैंडलूमनगरी पिलखुवा बेहाल है। बिजली आने और जाने का निर्धारित समय नहीं होने से उपभोक्ता परेशान हैं। उमस भरी गर्मी के बीच बारिश नहीं आने के कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शोपीस बने हुए हैं। आरोप है कि शिकायत करने के लिए जारी फोन नंबर भी अक्सर बंद रहते हैं। इससे उपभोक्ताओं को अधिक परेशानी हो रही है।
प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार शहरी क्षेत्र में 18 से 20 घंटे बिजली सप्लाई का नियम है, लेकिन पिलखुवा में इस नियम की अनदेखी हो रही है। मात्र पांच से छह घंटे की बिजली बामुश्किल मिल रही है। बता दें कि पिलखुवा नगर में छोटे-बड़े मिलाकर दो हजार से अधिक कारखाने हैं। बिजली नहीं आने के कारण कारखानों को संचालित करना उद्यमियों के लिए मुश्किल हो रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले तो ऊर्जा निगम के अधिकारियों के फोन नंबर मुश्किल मिलते हैं और शिकायत करने पर सुनवाई नहीं होती है। भोलापुरी कॉलोनी निवासी पवन तोमर का कहना है कि ऊर्जा निगम के अधिकारियों की अनदेखी के कारण बिजली के तारों की हालत जर्जर है। तेज हवा चलते ही तार टूटने लगते हैं।
विद्युत वितरण निगम डिवीजन द्वितीय के अधिशासी अभियंता प्रमोद कुमार का कहना है कि नियमानुसार बिजली आपूर्ति दी जा रही है। शहरी क्षेत्र में 18 घंटे की आपूर्ति है। इसके बावजूद यदि कहीं किसी को शिकायत है तो वह उनसे शिकायत कर सकते हैं। समस्या का समाधान कराया जाएगा।