करीमपुरा में संदिग्ध परिस्थितियों में तीन झुलसे
कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत मोहल्ला करीमपुरा में मंगलवार देर रात दो किशोरियों सहित तीन लोग संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गये। मोहल्ले में पटाखे बनाने के दौरान आग लगने से झुलसने की चचरएं हैं जबकि परिजनों के अनुसार सिलेंडर लीक होने से आग लगने के कारण हादसा हुआ। पुलिस फिलहाल पटाखे से विस्फोट की आशंका से इंकार कर रही है। लेकिन एसपी ने सीओ को मामले की जांच सौंपी है।
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार की देर रात मोहल्ला करीमपुरा में अचानक एक घर में दो किशोरी सहित तीन लोग संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गए। परिजन ने सिलेंडर लीक होने से लगी आग को कारण बताया है, जबकि मोहल्ले में अवैध रूप से पटाखे बनाने के दौरान विस्फोट होने पर हादसे की चर्चा है। सुबह के समय पुलिस को घटना की सूचना मिली। विभिन्न ¨बदुओं को ध्यान में रख पुलिस जांच कर रही है। वहीं, एसपी ने सीओ को मामले की जांच सौंपी है।
कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मोहल्ला करीमपुरा निवासी ताहिर ट्रक मकैनिक का काम करता है। मंगलवार की देर रात अचानक उसके घर में आग लग गई। इसमें ताहिर की बेटी 16 वर्षीय बेटी महक, 15 वर्षीय बेटी गुलनाज और 18 वर्षीय पुत्र शाकिब झुलस गया। देर रात ही परिजन ने तीनों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से दोनों किशोरियों की गंभीर हालत में भर्ती कराया। वहीं, घर पर मौजूद ताहिर के परिजन का कहना है कि खाना बनाते समय घरेलू सिलेंडर में आग लग लगने से हादसा हुआ है। पटाखा बनाने से कोई संबंध नहीं हैं।
इस संबंध में एसपी संकल्प शर्मा का कहना है कि सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी। परिजन ने सिलेंडर में आग लगने से घटना की जानकारी दी है। मौके पर छानबीन भी की गई, लेकिन फिलहाल कुछ नहीं मिला है। फिर भी मामले की संदिग्धता को देखते हुए सीओ सीटी को मामले की जांच सौंपी गई है। इंसेट
विस्फोट में चार लोगों की हो चुकी है मौत
हापुड़ : कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कानूनगोयान में 23 सितंबर 2013 को शाम करीब चार बजे आतिशबाजी के लिए पटाखे बनाते समय भीषण विस्फोट हो गया। इस मलबे में दबकर फैसल (18 वर्ष), उसकी बहन गुलिश्ता उर्फ बानो (14 वर्ष) और इनकी चाची रहीसा (50 वर्ष)की मौत हो गई थी, जबकि मकान के निचले हिस्से में रहती अंदर मलबे में रियाजुद्दीन की पत्नी जुबैदा (75), पुत्र सलीम, अजीम दब गए जिन्हें बामुश्किल निकाला गए थे।
संकरी गलियों में बनाए जाते हैं पटाखे : नगर की संकरी गलियों में अवैध रूप से पटाखे बनाने का कार्य दशकों से चल रहा है। आलम यह है कि इन गलियों में दमकल गाड़ियां भी नहीं पहुंच पाती हैं। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी आए दिन दावे करते हैं कि अवैध रूप से पटाखे नहीं बनाने दिए जाएंगे, लेकिन उसके बाद भी कई स्थानों पर यह कारोबार चोरी छिपे चल रहा है।