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स्वाइन फ्लू : रोग फैलने की आशंका से सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग

तापमान में गिरावट आने के साथ ही संक्रामक रोग वायरल फीवर, सर्दी, खांसी, जुकाम, सांस के रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे में स्वाइन फ्लू फैलने के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है। पड़ोसी जिले मेरठ में दो दर्जन से अधिक फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। स्वाइन फ्लू वायरस के संक्रमण को लेकर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 07:34 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 07:34 PM (IST)
स्वाइन फ्लू : रोग फैलने की आशंका से सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग
स्वाइन फ्लू : रोग फैलने की आशंका से सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग

जागरण संवाददाता, हापुड़ : तापमान में गिरावट आने के साथ ही वायरल फीवर, सर्दी, खांसी, जुकाम, सांस के रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। इन परिस्थितियों में स्वाइन फ्लू फैलने की आशंका भी बनी हुई है। पड़ोसी जनपद मेरठ में दो दर्जन से अधिक फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। स्वाइन फ्लू वायरस के संक्रमण को लेकर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है।

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स्वाइन फ्लू को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। इस रोग की चपेट में उन लोगों के आने की आशंका अधिक रहती है, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों का कहना है कि स्वाइन फ्लू से बचने के लिए हाथ मिलाने, गले लगने, दूसरों की छींक से स्वयं को दूर रखें।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस रोग की रोकथाम के लिए गंभीर हैं। संचारी रोग विभाग के निदेशक ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजकर अस्पतालों में बिस्तर आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगाह किया है कि आगामी दो माह तक एच1एन1 वायरस से संक्रमण का रिस्क बना रहेगा, जिससे बचाव जरूरी है। इसके लिए निदेशालय ने दिशा-निर्देश जारी किए है।

क्या कहते हैं मुख्यचिकित्साधिकारी

जनपद में अभी तक स्वाइन फ्लू का कोई रोगी नहीं मिला है। निजी चिकित्सकों को भी निर्देशित किया गया है कि यदि स्वाइन फ्लू से पीड़ित कोई रोगी आता है तो तुरंत उन्हें सूचना दी जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए। जनपद के अस्पतालों में टेमी फ्लू दवा और मास्क का पूरा स्टॉक है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगियों के लिए बिस्तर आरक्षित करा दिए गए हैं।

-डॉ. राजवीर ¨सह, मुख्य चिकित्साधिकारी

--निम्न सावधानी बरतने की आवश्यकता

- छीकतें समय टिस्यू पेपर से नाक ढकें और पेपर को सावधानी से नष्ट कर दें

- अपने हाथों को लगातार साबुन से धोते रहें

- घर और कार्यालय के दरवाजों के हैंडल, कीबोर्ड, मेज आदि साफ करते रहें

- यदि जुकाम के लक्षण दिखाई दें तो घर से बाहर नहीं जाएं और दूसरों के नजदीक बिल्कुल नहीं जाएं

- बुखार ठीक होने के 24 घंटे बाद तक घर पर ही रहें।

- लगातार पानी पीते रहे ताकि शरीर में पानी की कमी नहीं होने पाए

- संभव हो तो फेस मास्क पहन लें

-------------- --स्वाइन फ्लू के लक्षण

स्वाइन फ्लू के लक्षण आम तौर पर साधारण फ्लू की तरह ही होते हैं। खांसी, सर्दी, जुकाम, नाक का बहना। सांस लेने में तकलीफ होना, कमजोरी, बेचैनी और चिड़चिड़ापन महसूस होना, आलस आना, बेहोश हो जाना या ठीक से खड़ा न हो पाना। तरस पदार्थ पीने में कठिनाई, सीने, गले अथवा पेट में दर्द होना। गले में खराश या उल्टी दस्त की शिकायत, भूख नहीं लगना, कफ बनना।

स्वाइन फ्लू से हो चुकी है कई लोगों की मौत

नगर में स्वाइन फ्लू में पिछले दशक में कई मौत हो चुकी है। एक कंप्यूटर सेंटर के संचालक अजय, पटेल निवासी तरुण, पिछले साल मोहल्ला शिवपुरी में एक महिला और मोदीनगर रोड निवासी एक महिला समेत आधा दर्जन से अधिक रोगियों की मौत हो चुकी है।


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