पुलिस अधीक्षक ने पिलखुवा के एसएसआइ को किया सस्पेंड
जागरण संवाददाता, हापुड़ : पिलखुवा कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक को पुलिस अधीक्षक ने स
जागरण संवाददाता, हापुड़ : पिलखुवा कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक को पुलिस अधीक्षक ने सस्पेंड कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ने यह कार्रवाई इसलिए की है, क्योंकि एसएसआई पर आरोप है कि उन्होंने एक महिला से जानलेवा हमले के आरोपित पर कार्रवाई करने के नाम पर रिश्वत मांग ली थी। महिला ने इस बात की आडियो पुलिस अधीक्षक को सुनाई और पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की। सीओ पिलखुवा से कराई गई जांच में एसएसआई को दोषी पाया गया और यह कार्रवाई की गई। एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
पिलखुवा निवासी एक महिला के पुत्र को मोबाइल के लेनदेन पर एक युवक ने गोली मारकर घायल कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया था। जमानत पर रिहा होने के बाद आरोपित ने पीड़िता और उसके पुत्र को दोबारा से परेशान करना शुरू कर दिया था। आरोप है इसकी शिकायत महिला ने पिलखुवा कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक मनीष चौहान से की। बताया गया है कि उन्होंने कार्रवाई करने के नाम पर महिला से 25 हजार रुपये की मांग की। महिला ने उन्हें दस हजार रुपये दे भी दिए थे। इसके बाद एसएसआई ने आरोपित को दोबारा से हिरासत में ले लिया, लेकिन थाने से ही छोड़ दिया।
इस मामले में महिला ने आईजी से शिकायत करते हुए अपने रुपये वापस मांगे तो एसएसआई ने फोन पर ही आकर रुपये वापस ले जाने को कहा। जिसके बाद महिला ने सोमवार को मामले की शिकायत व एसएसआई द्वारा फोन पर की गई वार्ता की आडियो लेकर पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा से मिली। इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए पुलिस अधीक्षक ने सीओ पिलखुवा से पूरे प्रकरण की जांच कराई। जांच में आरोप सही पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने मनीष चौहान को सस्पेंड कर दिया। एसपी ने बताया कि जांच करने के नाम पर एसएसआई ने रुपये मांगे थे। यह बेहद गंभीर बात है। यदि निकट भविष्य में किसी ने फरियादियों से रुपये की मांग की तो इसी प्रकार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।