हापुड़ में SHO पर प्रॉपर्टी डीलर से जबरन वसूली का आरोप, होटल से अगवा कर मांगे 5 लाख रुपये; जांच शुरू
गढ़मुक्तेश्वर के एसएचओ पर प्रॉपर्टी डीलर से जबरन वसूली का आरोप लगा है। पीड़ित के अनुसार होटल से अगवा कर पांच लाख की मांग की गई और इनकार करने पर तमंचा लगाकर जेल भेज दिया गया। उपमुख्यमंत्री के आदेश पर जांच शुरू हो गई है। एएसपी ने पीड़ित के बयान दर्ज किए हैं। एसएचओ ने आरोपों को नकारा है।

ठाकुर डीपी आर्य, हापुड़। गढ़मुक्तेश्वर के एसएचओ रहे नीरज कुमार पर गंभीर आरोप लगे हैं। एक नामचीन प्रापर्टी डीलर को हाेटल से खाना खाते समय जबरन उठा लिया गया। बंधक बनाकर उनसे पांच लाख रुपये की मांग की गई। रुपये नहीं देने पर अगले दिन तमंचा लगाकर जेल भेज दिया गया। मामले की शिकायत होने पर हड़कंप मच गया है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
डीआइजी मेरठ के आदेश पर एएसपी ने जांच आरंभ कर दी है। इस मामले में मंगलवार को पीड़ित के बयान रिकार्ड कर लिए गए हैं। तीन दिन पहले नीरज कुमार को गढ़मुक्तेश्वर से हटाकर धौलाना का चार्ज दिया गया है।
संजीव कुमार ने बताया कि वह गढ़मुक्तेश्वर के रहने वाले हैं। संघ के स्वयंसेवक हैं और प्रापर्टी डीलर का कारोबार करते हैं। वह तीन जुलाई-25 की दोपहर में ली-ग्रांड होटल पर खाना खा रहे थे। वहां पहुंचे एसएचओ नीरज कुमार ने बहाने से बाहर बुलाया और जबरन कार में डालकर कोतवाली ले गए। संजीव यादव के सुरक्षाकर्मियों ने इसकी जानकारी परिवार के लोगों को दी।
संजीव ने बताया कि उनके मोबाइल छीनकर रख लिए गए हैं और पांच लाख रुपये की मांग की गई। वह तीन लाख रुपये देने को तैयार हो गए, लेकिन पांच लाख से कम पर इंस्पेक्टर नहीं मानें। इंस्पेक्टर इससे पहले भी उनसे सात लाख रुपये ले चुके थे और 10 लाख रुपये के काम अपने चहेतों का करा लिया था।
शाम को संजीव यादव के परिवार के लोग थाने पर पहुंच गए। उन्होंने बिना अपराध के बंधक बनाकर रखने पर नाराजगी प्रकट की। इससे एसएचओ आग-बबूला हो गए और रात में तमंचा में गिरफ्तार दिखा दिया। सुबह को शातिर अपराधियों की तरह उनका वीडियो बनाकर प्रसारित कर दिया और नंगे पैर आसपास में घुमाया गया। जमनत पर आने के बाद संजीव यादव ने इसकी शिकायत उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और शासन में की।
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने डीआइजी मेरठ को इस मामले की जांच कराकर कार्रवाई करने को पत्र भेजा है। वहीं पूरे मामले पर कार्रवाई कराकर आख्या मांगी गई है। इसी क्रम में मंगलवार को एएसपी ने संजय यादव के बयान दर्ज कर लिए हैं।
प्रमुख सचिव गृह के आदेश पर डीआइजी ने मुझको जांच सौंपी है। मैंने संजय यादव के बयान दर्ज कर लिए हैं। इंस्पेक्टर नीरज पर पांच लाख रुपये मांगने और नहीं देने पर तमंचा लगाकर जेल भेज देने के आरोप है। गहनता से जांच की जा रही है। दो-तीन दिन तक सही तथ्य सामने आ जाएंगे। - विनीत भटनागर- अपर पुलिस अधीक्षक व जांच अधिकारी
संजीव यादव अव्वल दर्जे का फ्राड है। उसके पास से तमंचा बरामद हुआ था। जिसमें जेल भेजा गया था। वह पांच करोड़ का भी आरोप लगा सकता है। पूरा मामला झूठा है, जांच के बाद सभी तथ्य सामने आ जाएंगे। - नीरज कुमार- तत्कालीन एसएचओ गढ़
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