शिक्षकों की हड़ताल की आशंका, अफसर तलाश रहे विकल्प
बोर्ड परीक्षाओं से पहले शिक्षकों के हड़ताली रुख को देखते हुए डीआईओएस ने शासन के आदेश पर कवायद तेज कर दी है। डीआईओएस ने शासन के आदेश पर सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से हड़ताल पर जाने वाले संभावित शिक्षकों के नाम और मोबाइल नंबर मांगे हैं। साथ ही बोर्ड परीक्षा कराने के लिए विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, हापुड़
बोर्ड परीक्षाओं से पहले शिक्षकों के हड़ताली रुख को देखते हुए डीआइओएस ने शासन के आदेश पर कवायद तेज कर दी है। शासन के आदेश पर सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से हड़ताल पर जाने वाले संभावित शिक्षकों के नाम और
मोबाइल नंबर मांगे हैं। साथ ही बोर्ड परीक्षा कराने के लिए विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है। डीआइओएस गजेंद्र कुमार ने बताया कि सात फरवरी से जनपद में 36 केंद्रों पर बोर्ड परीक्षा होनी है। विभाग जहां परीक्षा की तैयारियों में जुटा है, वहीं दूसरी ओर शिक्षक संगठन अन्य कर्मचारी संघों के साथ मिलकर आंदोलन की रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए शिक्षकों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की हड़ताल पर शासन ने रोक लगा दी है। बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन और परिणामों की घोषणा के दौरान शिक्षक-कर्मचारी हड़ताल कर व्यवस्थाओं को प्रभावित न कर सकें, इसके लिए प्रत्येक वर्ष बोर्ड परीक्षाओं से पहले शिक्षा विभाग में एस्मा लागू किया जाता है। इस बार भी शासन ने एस्मा लागू कर दी है। उन्होंने बताया कि जनपद में बोर्ड परीक्षाओं के लिए 1552 शिक्षक चयनित किए हैं। इनमें से 476 शिक्षक बेसिक शिक्षा विभाग के हैं। उम्मीद है कि बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक हड़ताल पर जा सकते हैं। इसलिए बीटीसी द्वितीय वर्ष के 856
विद्यार्थियों को तैयार रहने के आदेश दिए हैं। साथ ही शासन के आदेश पर प्रधानाचार्यों को पत्र भेजा है। जिसमें उनसे हड़ताल पर जाने वाले शिक्षक का नाम और मोबाइल नंबर मांगा है। ताकि हड़ताल पर जाने के बाद एस्मा कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।