खुद के जिदा बचने को चमात्कार मान रहे विनोद
थाना सिभावली थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार सुबह करीब 330 दर्दनाक हादसा हुआ। हादसे में एक पुलिस कर्मी सहित तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी। साथ ही एक एसआई सहित चार लोग घायल हो गए। लेकिन घायलों में एक युवक ऐसा भी जिसे मौत छूकर निकल गई। हादसें में जान
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर:
थाना सिभावली थाना क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार सुबह करीब 3:30 दर्दनाक हादसा हुआ। हादसे में एक पुलिस कर्मी सहित तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी। साथ ही एक एसआई सहित चार लोग घायल हो गए। लेकिन घायलों में एक युवक ऐसा भी है जिसे मौत छूकर निकल गई। हादसे में जान बचने को वह युवक किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहा है।
हादसे के दौरान पुलिस कर्मियों की कार डिवाइडर पर चढ़कर सड़क के दूसरी तरफ जा रहे थाना मुरादनगर क्षेत्र के गांव सुराना निवासी विनोद की कार पर जा गिरी। हादसे में विनोद गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में होश आने पर विनोद ने बताया कि उसने मौत को काफी करीब से देखा है। जिसकी दहशत उसके चेहरे पर दिख रही थी। विनोद का कहना है कि उसकी जान किसी चमत्कार से ही बची है।
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मेरी परवाह न करों, मेरे बाबू को बचा लो
सड़क हादसे में पुलिस कर्मियों के साथ कार में वह युवती भी सवार थी जिसकी तलाश में पुलिस गई थी। उपचार के दौरान युवती चिकित्सकों से उसको ले जाने वाले आरोपित युवक की जान बचाने की गुहार लगाती रही। लेकिन शायद उसे इस बाद का अंदाजा नहीं था कि वह दोबारा उससे नहीं मिल सकेगी।
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मेरे भाई का चेहरा एक बार दिखा दो
सड़क हादसे में कांस्टेबल सचिन की मृत्यु हो गई। हादसे के समय कार में महिला कांस्टेबल दीपिका यादव भी था, वह सचिन को अपना बड़ा भाई मानती थी। हादसे से चंद मिनटों पहले दीपिका ने सचिन के फोन से अपने स्वजन से बातचीत की थी। हादसे में सचिन की मौत के बाद महिला कांस्टेबल एक ही बात कहकर रो रही थी कि उसे भाई का चेहरा एक बार तो देख लेने दो। घायलों की जान बचाने के लिए दौड़े रोजादार
- हादसा के वक्त स्थानीय लोग रोजा रखने से पहले सहरी की तैयारी में लगे थे। हादसे होता देखकर लोग घरों से बाहर निकलकर मौके पर पहुंचे। परवेज अली, शाहनवाज, बब्बू आदि लोगों ने घायलों को क्षतिग्रस्त वाहनों से निकाला और उन्हें पुलिस के सहयोग से अस्पताल भिजवाया।