अधर्म पर फिर हुई धर्म की जीत, दशानन हुआ धराशायी
बुराई कितनी ही बलवान हो, अच्छाई के सामने टिक नहीं पाती। धर्म और अधर्म के युद्ध में विजय हमेशा धर्म की होती है। शनिवार की तड़के भगवान श्रीराम का तीर लगते ही बुराई का प्रतीक दशानन धू-धूकर जल उठा। बुराई पर अच्छाई की जीत होते ही हजारों लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। रावण, मेघनाद एवं कुंभकरण के विशालकाय पुतलें धूं-धूं कर जल उठे और समूचा वातावरण
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
बुराई कितनी ही बलवान हो, अच्छाई के सामने टिक नहीं पाती। धर्म और अधर्म के युद्ध में विजय हमेशा धर्म की होती है। शनिवार तड़के भगवान श्रीराम का तीर लगते ही बुराई का प्रतीक दशानन धू-धू कर जल उठा। बुराई पर अच्छाई की जीत होते ही हजारों लोगों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। रावण, मेघनाद एवं कुंभकर्ण के विशालकाय पुतले जल कर राख हो गए और समूचा वातावरण जय श्रीराम के जयघोष से गुंजायमान हो उठा। इस दौरान रंग-बिरंगी अतिशबाजी की गई, जिसका हजारों लोगों ने आनंद लिया।
विजयदशमी पर्व पर रामलीला मैदान में शुक्रवार की रात जनसैलाब उमड़ पड़ा। रात भर महिला, पुरुषों और बच्चों की भीड़ लगी रही। रामलीला का मंचन देखने के लिए लोग रात भर मौजूद रहे। शनिवार सुबह पुतलों के दहन के बाद दर्शक अपने घरों को लौटने शुरू हो गए। मेले में सबसे अधिक ग्रामीण मौजूद थे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी रात भर मुस्तैद रहे, जो रात भर व्यवस्था को संभाले रहे। ग्राहकों की भीड़ देखकर दुकानदारों में खुशी : खिलौने की दुकानों के साथ साथ खाने-पीने की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देख दुकानदारों के चेहरे भी खिल उठे। सबसे ज्यादा भीड़ खिलौनों की दुकानों पर थी। गुब्बारों पर निशाने लगाने के लिए बच्चो की भीड़ रही। वहीं मैदान में झूला झूलने वालों की भी भारी भीड़ थी। झूला झूलने वालों की रात भर लंबी कतार लगी रही।
सजावट ने भी बढ़ाई मेले की रौनक : बिजली की झालरों से दशहरा पर्व के मद्देनजर की गई खास सजावट ने रामलीला मैदान की रौनक बढ़ा दी। लोगों ने इस सजावट का भी खूब लुत्फ उठाया। इससे मेले में लगी दुकानों की चमक भी बढ़ गई थी। मनचलों पर रही पुलिस की निगाह : रामलीला मैदान में लगे मेले में पहुंचे मनचलों की पुलिस ने जमकर खबर ली। एक दर्जन से अधिक युवकों को हिरासत में लेकर बाद में चेतावनी देकर छोड़ा गया।