पंचायती चुनाव को लेकर तैयारियां तेज, पुलिस सेल का गठन
केशव त्यागी हापुड़ भले ही पंचायत चुनाव की तारीख अभी तय नहीं हुई हो लेकिन महकमे के अ
केशव त्यागी, हापुड़
भले ही पंचायत चुनाव की तारीख अभी तय नहीं हुई हो, लेकिन महकमे के आकाओं से मिले दिशा-निर्देशों के बाद जनपद में पुलिस ने अपने स्तर से तैयारियां तेज कर दी हैं। एसपी ने चुनाव सेल का गठन कर दिया है। सेल में एक प्रभारी निरीक्षक समेत 11 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। 2010 व 2015 में चुनावों के दौरान हुई घटनाओं को ध्यान में रखकर पुलिस डाटा एकत्र करने में जुटी है।
गांवों में होने वाले पंचायत चुनाव में पहले से चल रही रंजिश के चलते विवाद की घटनाएं होती हैं। ऐसे में डीजीपी ने प्रदेश के सभी जनपदों के पुलिस अधिकारियों को अभी से तैयारियों में जुटने के दिशा-निर्देश दिए हैं। एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि पंचायती चुनाव को लेकर पुलिस सेल का गठन कर दिया गया है। चुनाव सेल के नोडल प्रभारी एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा होंगे। सेल में एक प्रभारी निरीक्षक समेत 11 पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों व थाना प्रभारियों को गांव की संवेदनशीलता आंकते हुए पूरा डाटा जुटाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस अपनी तैयारी कर अराजक तत्वों के खिलाफ चुनाव से पहले से ही निरोधात्मक कार्रवाई करेगी। वर्ष 2010 और 2015 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान हो चुकी मारपीट और हिसक घटनाओं का ब्योरा जुटाया जाएगा, जिससे यह पता चल चके कि इस दौरान जनपद में विवाद की घटनाएं किन-किन स्थानों पर हुईं हैं। सभी थानों पर बीटवार ग्राम, मोहल्ले के हिसाब से चुनाव और भूमि विवाद रजिस्टर बनाया जाएगा। इन विवादों को पुलिस चुनाव से पहले निपटाने में अहम भूमिका निभाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी पुरानी रंजिशे जिसके कारण चुनाव में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसे मामलों में पुलिस प्रमुखता से काम करेगी। पंचायत चुनाव में संभावित प्रत्याशियों का नाम, पता और उनका पूर्व आपराधिक इतिहास का विवरण पहले से ही पता कराया जाएगा। गांव स्तर पर ऐसे विवाद के मामले जिनमें आपसी समझौता नहीं हो पा रहा है। उन मामलों में पुलिस निरोधात्मक कार्रवाई करेगी। जमीन से संबंधित विवादों में राजस्व विभाग से मिलकर पुलिस मामलों का निपटारा कराएगी।
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चुनाव की तैयारियों में हुई चूक तो नपेंगे थानेदार
- एसपी ने बतया कि थाना स्तर पर बनाए जा रहे रजिस्टर में पुलिस अपने क्षेत्र से संबंधित गांवों के सभी तरह के विवादों को दर्ज करेगी। थाना प्रभारी इस संबंध में लिखित रूप से उन्हें जानकारी भेजेंगे। इसके बाद भी पुलिस की लापरवाही से चुनाव को लेकर पुरानी रंजिश में कोई हत्या, बलवा या कोई और घटना होती है। तो इसकी जिम्मेदारी थाना प्रभारी की होगी और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।