पश्चिमी उप्र के 80 ईनामी बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के तीन सहित कुल
गौरव शर्मा, हापुड़ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हापुड़ जिले के तीन सहित कुल 80 मोस्ट वांटेड बदमाशों ने मोबाइल फोन से तौबा कर लिया है। ऐसा इसलिए ताकि उनकी लोकेशन न ट्रेस हो सके। इस कारण वह पुलिस और सर्विलांस की पकड़ में नहीं आ पा रहे हैं। खौफ के कारण भी इनके बारे में सटीक सूचनाएं नहीं मिल पा रही हैं और पुलिस हालात के सामने समर्पण कर चुकी है। इन्हें ढूंढने में एसटीएफ ने पश्चिमी उप्र के जिलों में जाल बिछाया, लेकिन अभी तक कोई कामयाबी हासिल नहीं कर पाई।
मेरठ और सहारनपुर मंडल के जिलों में मोस्ट वांटेड अपराधियों का बोल-बाला रहा है। प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है, तब से अब तक पुलिस अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए नित नए प्रयास कर रही है। पुलिस और एसटीएफ इन 80 शातिर और ईनामी बदमाशों को पकड़ने का प्रयास करती रही है। ये ईनामी बदमाश प्रतिदिन किसी न किसी जिले में कोई भी संगीन वारदात कर पुलिस को चुनौती देते रहते हैं। अधिकतर बदमाशों के मोबाइल फोन की अंतिम मौजूदगी हरियाणा, पंजाब और दूरदराज के राज्यों अथवा नेपाल में मिली थी। हालांकि कई कुख्यात बदमाशों को स्थानीय जंगलों में देखा गया है। - बदमाशों के मोबाइल फोन बंद, इंटरनेट सेवा चालू
पुलिस अधिकारियों की मानें तो 80 मोस्ट वांटेड बदमाश फेसबुक खाते से अपने गिरोह के सदस्यों से संपर्क बनाए हैं। ये बदमाश फोन नहीं करते हैं, ताकि पुलिस सर्विलांस के माध्यम से उनकी मौजूदगी के बारे में जानकारी नहीं करने पाए। पुलिस का मानना है कि यह नए हैंडसेट और नए सिम लेकर केवल इंटरनेट के माध्यम से अपने गिरोह के सदस्यों से संपर्क बनाए हुए हैं। - इन जिलों में है बदमाशों पर 25 हजार का ईनाम
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गाजियाबाद के 10, हापुड़ के तीन, बुलंदशहर के 13, मुजफ्फरनगर के 15, सहारनपुर के 12, शामली के सात, बागपत के सात, नोएडा के आठ बदमाशों पर 25 हजार का इनाम घोषित है, जो पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
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- क्या कहते है पुलिस अधीक्षक-
सभी थाना प्रभारियों को ईनामी बदमाशों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया है। क्राइम ब्रांच और स्वॉट टीमें को भी इनकी तलाश में लगाया गया है। इन बदमाशों के बारे में जानकारी मिलते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
--संकल्प शर्मा, पुलिस अधीक्षक।