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प्लान से संबंधित : लॉकडाउन में चलीं ऑनलाइन क्लास, अनलॉक में पढ़ाई ठप

जागरण संवाददाता हापुड़ लॉकडाउन में परवान चढ़ी ऑनलाइन पढ़ाई अब अनलॉक में सिर्फ क

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 08:42 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 06:03 AM (IST)
प्लान से संबंधित : लॉकडाउन में चलीं ऑनलाइन क्लास, अनलॉक में पढ़ाई ठप
प्लान से संबंधित : लॉकडाउन में चलीं ऑनलाइन क्लास, अनलॉक में पढ़ाई ठप

जागरण संवाददाता, हापुड़ :

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लॉकडाउन में परवान चढ़ी ऑनलाइन पढ़ाई, अब अनलॉक में सिर्फ कागजों में ही हो रही है। 31 अगस्त तक स्कूल बंद होने के बाद सरकारी आदेश के तहत शिक्षकों को विद्यालयों में बुलाया जा रहा है। विद्यालय में आकर वह अन्य कार्यो को निपटाने में लगे हुए हैं, जिसके चलते ऑनलाइन पढ़ाई के नतीजे शासन की मंशा के अनुरूप नहीं आ पा रहे हैं। जिले के परिषदीय स्कूलों के 20 से 30 फीसद बच्चे ही ऑनलाइन पढ़ पा रहे हैं।

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने मार्च माह में ही सभी स्कूल-कॉलेज बंद करा दिए थे। 25 मार्च को लॉकडाउन होने के बाद परिषदीय स्कूलों के बच्चों की भी ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गई थीं। शिक्षकों ने बच्चों को मोबाइल या लैपटॉप पर वॉट्सएप के माध्यम से ग्रुप बनाकर पढ़ाना शुरू किया। रोजाना शासन स्तर से इसकी प्रगति मांगी गई। शिक्षकों पर अधिक से अधिक बच्चों को पढ़ाने पर जोर दिया गया। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अनलॉक के इस दौर में शिक्षकों को शासन के आदेश के क्रम में स्कूल बुलाया जा रहा है। उनसे स्कूल संबंधी अन्य कार्य कराए जा रहे हैं, जिसमें उनसे एमडीएम की कनवर्जन कॉस्ट वितरण, निश्शुल्क यूनिफार्म, निश्शुल्क पाठ्यपुस्तक, नामांकन, ऑउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिह्नीकरण कर शारदा पोर्टल पर अपलोड करना, विगत दो वर्षों की स्कूल ग्रांट को प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड कराना, मानव संपदा में अपने शैक्षिक अभिलेख व अन्य अभिलेख अपलोड करना आदि विभिन्न योजनाओं में लगे हुए हैं। इस बीच ऑनलाइन पढ़ाई रामभरोसे ही है। --------- क्या कहते हैं शिक्षक

शिक्षक का कार्य शिक्षण कार्य करना है। लॉकडाउन में शिक्षक-शिक्षिकाएं ऑनलाइन शैक्षिणिक कार्य कर रहे थे। अब उन्हें स्कूल बुलाकर अन्य कार्य कराए जा रहे हैं। जब 31 अगस्त तक स्कूल बंद हैं तो शिक्षकों को बुलाने का कोई औचित्य नहीं है। इससे ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

नीरज चौधरी, शिक्षक ------- स्कूलों में जब बच्चों को नहीं बुलाया जा रहा है तो शिक्षकों को स्कूलों में बुलाकर अन्य कार्य कराने का कोई आधार समझ से परे है। बच्चों की जब पढ़ाई ऑनलाइन चलनी है तो शिक्षक अपने-अपने घर रहकर भी पढ़ा सकते हैं। अधिकतर स्कूल ग्रामीण क्षेत्र में होने के चलते नेटवर्क की समस्या रहती है, जिसके चलते वहां से ऑनलाइन पढ़ाने में दिक्कत आ रही है। राशिद हुसैन, शिक्षक


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