शाकिब की फेसबुक और वाट्ससएप मित्रों की जांच कर रही एनआइए
आतंकी संगठन हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के मुखिया के रूप में पकड़े गए अमरोहा के संदिग्ध मुफ्ती सुहेल अकेले कुछ नहीं करता था। इमाम शाकिब उसका सबसे विश्वास पात्र था। दोनों मिलकर दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने का काम कर रहे थे। युवाओं को जोड़ रहे थे। जांच एजेंसी द्वारा अब शाकिब के फोन फेसबुक व व्हाट्एसएप दोस्तों की कुंडली पर
¨प्रस शर्मा, गढ़मुक्तेश्वर :आतंकवादियों के मददगार के रूप पकड़ा गया अमरोहा निवासी मुफ्ती सुहेल और इमाम शाकिब मिलकर दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंकवादियों की मदद के लिए अपने संगठन मजबूत करने का प्रयास कर रहे थे। वे अपने संगठन से युवाओं को जोड़ रहे थे। जांच एजेंसी द्वारा अब शाकिब के फोन फेसबुक और वाट्सएप पर बनाए गए दोस्तों की जांच कर रही है। सुहेल और शाकिब के अधिक करीबी और प्रतिदिन सोशल साइट पर रहने वाले दोनों के दोस्तों से भी टीम द्वारा पूछताछ की जा सकती है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अनुसार सुहेल संगठन का मास्टर माइंड था। उसके बाद संगठन में शाकिब का नंबर था। दोनों मिलकर दहशत फैलाने की साजिश रच रहे थे। जांच एजेंसी द्वारा की गई पूछताछ के दौरान मेरठ, दिल्ली, हापुड़ और अमरोहा के कई युवकों के नाम भी सामने आए हैं। इसके बाद जांच एजेंसी ने धौलाना में दबिश देकर एक मौलाना को हिरासत में लिया है। जांच एजेंसी सुहेल और शाकिब के सोशल मीडिया के दोस्तों की गतिविधियां भी खुफिया तरीके से नजर रखे हुए हैं।
इंटरनेट के माध्यम से दोनों सीख रहे थे बम तैयार करना
जांच एजेंसियां पूछताछ के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि सुहेल और शाकिब मिलकर बड़ी साजिश रच रहे थे। दोनों ने इंटरनेट पर वीडियो क्लिप देखकर ही बम तैयार करने का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था। इसकी जानकारी मुफ्ती सुहैल के मोबाइल फोन में मिली वीडियो क्लिप से हुई है।