गुफरान को हापुड़ ला सकती है एनआइए
आतंकी संगठन आईएसआईएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम से जुड़े मौलाना गुफरान को एनआईए की टीम हापुड़ में पूछताछ के लिए ला सकती है। एनआईए ने बीते शनिवार में गुफरान को गिरफ्तार किया था। गुफरान को हापुड़ लाने की चर्चाएं इसलिए चल रही हैं क्योंकि पिछले साल 26 दिसंबर और 12 जनवरी को एनआईए ने जनपद की मस्जिदों में नमाज पढ़ाने वाले दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया था।
जागरण संवाददाता, हापुड़:
आतंकी संगठन आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम से जुड़े मौलाना गुफरान को एनआइए की टीम हापुड़ में संदेह के घेरे में आए कुछ अन्य लोगों से पूछताछ करने के लिए साथ लेकर आ सकती है। एनआइए ने शनिवार को गुफरान को गिरफ्तार किया था। 26 दिसंबर 2018 और 12 जनवरी को एनआइए ने जनपद की मस्जिदों में नमाज पढ़ाने वाले दो मौलाना को भी गिरफ्तार किया था।
एनआइए और एटीएस ने संयुक्त रूप से 26 दिसंबर 2018 को दिल्ली और जनपद हापुड़, अमरोहा तथा जनपद मेरठ सहित 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकी संगठन आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम की क्षेत्र में सक्रियता को उजागर किया था। एनआइए टीम ने सिभावली थाना क्षेत्र के गांव वैट निवासी मौलाना शाकिब को गिरफ्तार किया था। शाकिब गांव बक्सर स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ाता था। इसके बाद 12 जनवरी को एनआइए और एटीएस की टीमें अपने साथ जनपद मेरठ के थाना मुंडाली क्षेत्र के गांव जसौड़ा निवासी मौलवी अबसार पुत्र सरफराज को लेकर धौलाना थाना क्षेत्र के गांव पिपलैड़ा पहुंची थीं। अबसार गांव पिपलैड़ा स्थित जामिया हुसनिया अबुल हसन मस्जिद में पढ़ाता था। एनआइए की टीम ने यहां से शहजाद नामक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। अब तीन माह बाद अमरोहा निवासी गुफरान की गिरफ्तारी के बाद यह मामला फिर चर्चा में हैं। संभावना जताई जा रही है कि एनआइए की टीम हापुड़ आकर शाकिब और अबसार से जुड़े लोगों से पूछताछ कर सकती है।