परीक्षा नजदीक, छात्र पबजी खेलने में व्यस्त
नगर सहित क्षेत्र में युवाओं में पबजी नामक गेम का खुमार सिर चढ़ कर बोल रहा है। स्कूल से आने के बाद बच्चे आन लाइन खेलने में लगे हीै। जबकि बोर्ड परीक्षा से जुड़े ऐसे छात्रों को गेम खेलते देख कर उनके अभिभावक काफी परेशान भी है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : क्षेत्र के युवाओं में पबजी नामक गेम का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है। स्कूल से आने के बाद काफी बच्चे ऑनलाइन इस खेल को खेलने में व्यस्त रहते हैं। बोर्ड परीक्षा अति निकट आ जाने के बावजूद छात्रों को इस खेल में समय बर्बाद करते देखकर उनके अभिभावक काफी परेशान है।
इस खेल से अब नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे और युवा भी प्रभावित हो रहे हैं। इसकी लत से बच्चों और युवाओं में मनोरोग के लक्षण भी विकसित हो रहे हैं। इसका असर उनकी पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। इससे अभिभावक और शिक्षक भी परेशान हैं। अगले माह बोर्ड परीक्षा होनी है। इसके बावजूद इस खेल की लत के कारण बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र पढ़ाई के बजाय इस खेल में समय बर्बाद कर रहे हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए अभिभावक और स्कूल प्रबंधक मनोचिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों से संपर्क कर रहे हैं। अभी बच्चों और युवाओं में सबसे अधिक प्लेयर अननोन बैटल ग्राउंड (पबजी) को पसंद किया जा रहा है। इसकी लत से बच्चों की रात की नींद भी गायब हो रही है। इससे उनमें एंजाइटी की समस्या बढ़ रही है। यह धीरे-धीरे उन्हें मनोरोग की ओर ले जा रहा है। पबजी गेम के बारे में जानें
यह ऑनलाइन खेला जाना वाला एक वर्चुअल खेल है। इसमें एक साथ कई लोग खेल सकते हैं। 100-100 लोगों की एक टीम होती है, इन्हें एक वर्चुअल आइलैंड में उतारा जाता है। वहां इनके लिए एक टारगेट तय किया जाता है। सबको गोली-बारूद व अन्य प्रकार के अस्त्र-शस्त्र दिए जाते हैं। खेल के दौरान कुछ लोगों को मारने का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है, इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए बच्चे खेल में व्यस्त रहते हैं। जीतने पर कंपनी की ओर से पुरस्कार भी दिया जाता है।