नमो देव्यै, महा देव्यै - दहेज प्रथा रोकने का उठाया बीड़ा
जागरण संवाददाता, हापुड़ : समाज में तेजी से पैर पसारती दहेज प्रथा को रोकने के लिए जहां सर
जागरण संवाददाता, हापुड़ : समाज में तेजी से पैर पसारती दहेज प्रथा को रोकने के लिए जहां सरकार लोगों को जागरूक कर रही है। नगर निवासी अलका निम भी इस कार्य में विशेष प्रयास कर रही हैं। उनका मानना है कि यह कार्य बिना स्थानीय लोगों का सहयोग मिले पूरा नहीं हो सकता है। इसके लिए वह भी लोगों को जागरूक कर रही हैं। महिलाओं के उत्थान के लिए वह लंबे समय से प्रयत्नशील हैं। वह नारी शिक्षा, स्वरोजगार और दहेज रहित विवाहों के आयोजन किए जाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं। अपने इस सात्विक प्रयास के लिए वह कई बार सम्मानित हो चुकी हैं।
अलका निम हापुड़ के एक मध्यम वर्गीय परिवार की बहू है। उनका विवाह शिवनगर निवासी सुभाषचंद के साथ किसी प्रकार के दहेज के लेन-देन के बिना हुआ था। इससे उन्हें समाज में कुछ करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने नारी दहेज उन्मूलन संस्था की प्रदेश अध्यक्ष बनकर कार्य शुरू कर दिया। वह प्रतिवर्ष मलिन बस्तियों में जाकर गरीबों को कपड़े एवं रजाइयां वितरित करती हैं। वह अब तक एक सौ से अधिक दहेज रहित विवाह संपन्न करा चुकी हैं। वह महिलाओं के पारिवारिक विवाद निपटा कर उन्हें यथोचित सम्मान दिलाने में भी काफी सहयोग करती हैं। ऐसी दर्जनों महिलाओं को वह आज सम्मान से जीने में सहयोग कर रही हैं, जिनका परिवार दहेज या अन्य कारणों से टूटने के कगार पर था। वह दुनिया की आधी आबादी के प्रति हो रहे अपराधों के खिलाफ हर समय खड़ी दिखाई देती है।
अलका को उनके सराहनीय कार्यों के लिए प्रदेश सरकार सम्मानित कर चुकी है। इसके अलावा भी कई सम्मान उन्हें मिल चुके हैं।