सीनियर छात्र करा रहे थे जूनियरों को नकल
एसएसवी कॉलेज में सोमवार को एमबीबीएस तृतीय वर्ष की परीक्षा के दौरान पकड़े गए आठ छात्र व छात्राओं को नकल करने में उनके कुछ सीनियर छात्र और चिकित्सक मदद कर रहा था। पूछताछ में पकड़े गए छात्रों ने पुलिस को इस बाबत कई अहम जानकारियां दी है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस छात्रों की कॉल डिटेल भी निकलवा रही है। जिससे कि नकल कराने वालों के नाम का भी पर्दाफाश हो सके।
शुभम गोयल, हापुड़ :
एसएसवी कॉलेज में सोमवार को एमबीबीएस तृतीय वर्ष की परीक्षा के दौरान पकड़े गए आठ छात्र व छात्राओं को नकल कराने में उनके कुछ सीनियर छात्र मदद कर रहे थे। पूछताछ में पकड़े गए छात्रों ने पुलिस को इस बाबत कई जानकारियां दी है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस छात्रों की कॉल डिटेल भी निकलवा रही है। जिससे कि नकल कराने वालों के नाम का भी पर्दाफाश हो सके।
कोतवाली क्षेत्र के एसएसवी डिग्री कॉलेज में सोमवार को एमबीबीएस तृतीय वर्ष की परीक्षा के दौरान कॉलेज के जांच दल में शामिल मुख्य नियंता डॉ.सुरेंद्र ¨सह, डॉ.वीरपाल ¨सह, हरीश कुमार, संजय, डॉ.वंदना वशिष्ठ ने आठ छात्र व छात्राओं को इलेक्ट्रानिक डिवाइस के माध्यम से नकल करते हुए पकड़ लिया था। पुलिस ने आरोपित छात्र व छात्राओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने छात्रों के पास से नकल करने की डिवाइस भी बरामद की थी, जो एक मोबाइल की तरह काम करती है।
सूत्रों के अनुसार आरोपित छात्र पिलखुवा स्थित जिस मेडिकल कॉलेज में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आरोपित के सीनियर छात्र सहित अन्य लोग मिलकर जूनियर छात्रों को नकल कराने में मदद कर रहे थे। यह कार्य काफी समय से चल रहा है। बकायदा इसके लिए कुछ लोगों का एक ग्रुप भी सक्रिय रहता है। जिन लोगों के नाम नकल कराने में सामने आ रहे हैं। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है।
----
- मिलने वालों का लगा रहा तांता -
नकलची छात्र व छात्राओं से मिलने के लिए सोमवार के बाद मंगलवार को भी कोतवाली में तांता लगा रहा। छात्रों के कॉलेज मित्रों से लेकर परिजन आदि मिलने के लिए पहुंचे। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने रात में छात्राओं को महिला थाने भेज दिया था।
----
- कई सालों से हो रही थी नकल -
नाम ना छापने की शर्त पर छात्र ने बताया कि नकल कराने का काम पिछले कई सालों से चल रहा है। दूसरे प्रदेशों से आने वाले छात्रों को इसके लिए जरूरी उपकरण तक उपलब्ध कराए जाते हैं। इसके पीछे करीब आधा दर्जन लोगों का ग्रुप शामिल है।
----
- पुलिस ने उपलब्ध कराई दवा-
रात में कुछ छात्रों की तबीयत अचानक खराब हो गई। इसमें एक छात्रा की तबीयत अधिक खराब होने पर पुलिसकर्मियों ने सभी छात्रों को दवा दी।
----
जमानत याचिका हुई खारिज
पुलिस ने आरोपितों को यहां की एक न्यायालय में पेश किया। जहां से जमानत याचिका खारिज हो गई और सभी आरोपितों को जिला कारागार भेज दिया गया।
-------
क्या कहते हैं कोतवाली प्रभारी -
पुलिस ने छात्रों से पूछताछ की है। जिसमें कई अहम जानकारियां मिली है। सभी ¨बदुओं पर जांच की जा रही है। - महावीर ¨सह चौहान, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक