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Good News: जल्द खत्म होगी पानी की समस्या, पालिका बनाएगी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

बारिश के पानी को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की मदद से जमीन में पहुंचाया जाता है। इसके लिए बड़े-बड़े गड्ढे बनाकर जाली लगाई जाती हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 03:02 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 03:02 PM (IST)
Good News: जल्द खत्म होगी पानी की समस्या, पालिका बनाएगी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
Good News: जल्द खत्म होगी पानी की समस्या, पालिका बनाएगी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

हापुड़ [शुभम गोयल]। शहरों में लगातार भूजल का स्तर गिर रहा है। इस कारण पीने के पानी की किल्लत बढ़ गई है। कई इलाकों में टंकियों और हैंडपंप से गंदा पानी निकलता है। इस किल्लत को दूर करने के लिए अब वर्षा के जल को संचय किया जाएगा। इसके लिए नगर पालिका जगह-जगह रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण कराएगी। जिससे कि वर्षा का जल साफ होकर सीधे जमीन के अंदर पहुंच सके।

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दस से अधिक स्थानों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने की योजना है। इस पर करीब 17.45 लाख रुपये का खर्च आएगा। इसके लिए नगर पालिका ने टेंडर को स्वीकृति दे दी है। जल्द ही इन स्थानों पर अब निर्माण कार्य जाएगा। जिससे कि गिरते भूजल की कमी को दूर किया जा सकेगा।

बता दें कि शहर में भूजल का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। जल निगम के आंकड़ों के अनुसार पिछले करीब पांच सालों में भूजल का स्तर अचानक चालीस फीट तक गिरा है। इस कारण हैंडपंप और ट्यूबवेल आदि लगाने में खर्चा भी बढ़ गया है। पानी के लिए पाइप लाइन और अन्य सामान्य का खर्चा बढ़ गया है। वहीं, भविष्य में जल संकट के खतरे को देखते हुए भी यह निर्णय महत्वपूर्ण है। इससे शहर की करीब तीन लाख की आबादी को लाख मिलेगा।

भविष्य में पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। पालिकाध्यक्ष प्रफुल्ल सारस्वत कहते हैं अधिक संख्या में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का निर्णय लेकर खुशी मिली है। भविष्य में पानी की कमी को दूर करने में इससे लाभ मिलेगा। पार्कों में राज्य वित्त आयोग की धनराशि से इनका निर्माण कराया जाएगा।

यह है रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

बारिश के पानी को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की मदद से जमीन में पहुंचाया जाता है। इसके लिए बड़े-बड़े गड्ढे बनाकर जाली लगाई जाती हैं। जिससे कि बारिश का पानी साफ होकर जमीन के अंदर पहुंचेगा। जमीन में पानी पहुंचेगा तो भूजल की कमी कुछ हद तक दूर होगी।

इतना गिरा भूजल

शहर में पांच साल पहले तक करीब 120 से 130 फीट पर साफ पानी हैंडपंप से निकल आता था। जो अब घटकर 190 फीट तक पहुंच चुका है। लगातार भूजल का दोहन हो रहा है। ऐसे में यह निर्णय बेहद कारगर साबित होगा।


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