बटन खोलेंगे टुक्कीराम की हत्या का राज
नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव सरावा के जंगल में हुई दिव्यांग की हत्या के मामले में पुलिस को कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं। मौके से पुलिस ने शर्ट के दो बटन बरामद किए हैं। पुलिस को उम्मीद है कि यह दोनों बटन नामजद हत्यारोपित को हो सकते हैं हालांकि उसके पकड़े जाने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगा।
गौरव भारद्वाज, हापुड़:
नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव सरावा के जंगल में हुई दिव्यांग की हत्या के मामले में पुलिस को कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं। मौके से पुलिस ने शर्ट के दो बटन बरामद किए हैं। पुलिस को उम्मीद है कि यह दोनों बटन नामजद हत्यारोपित के हो सकते हैं।
गांव हैदर नगर निवासी टुक्कीराम (45) पुत्र मंगत राम दिव्यांग था। वह ट्राई साइकिल पर चलता था। बावजूद इसके वह सरावा बस अड्डे पर साइकिल में पंक्चर लगाने का काम भी करता था। बचपन से उसकी दोस्ती नामजद आरोपित गांव निवासी सोरन से थी। टुक्कीराम आए दिन सोरन के घर जाता था और सोरन भी टुक्कीराम के घर जाता रहता था। टुक्कीराम ने मेहनत करके जो धनराशि जोड़ रखी थी, उसे वह आरोपित के माध्यम से ब्याज पर देता था और वह प्रति माह ब्याज का भुगतान करवाता था। इसी दौरान सोरन ने 70-80 हजार रुपये टुक्कीराम से अपने लिए उधार ले रखे थे। कुछ दिन पहले रुपये के लेनदेन के चलते दोनों के बीच कहासुनी भी हुई थी, लेकिन परिजन को इतना भरोसा नहीं था कि टुक्कीराम के साथ कुछ अनहोनी घटना भी हो सकती
है।
कोतवाली प्रभारी महावीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि टुक्कीराम को आरोपित ही घर से बुलाकर ले गया था। टुक्कीराम अपनी ट्राई साइकिल से घटना स्थल तक पहुंचा। जिसके बाद उसका शव लहूलुहान हालत में पड़ा मिला।