सामूहिक अवकाश पर गए नगर पालिका कर्मचारी
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की कार्यशैली से नाराज पालिका क
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की कार्यशैली से नाराज पालिका कर्मचारी दो दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए। कर्मचारियों और 24 सभासदों ने अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध नगर पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों के अचानक सामूहिक हड़ताल पर जाने से पालिका कार्यालय में आने वाले फरियादियों को परेशान होना पड़ा। अधिशासी अधिकारी ने पालिका कर्मचारियों पर उन्हें उन्हें सूचित किए बिना सामूहिक अवकाश पर जाने के संबंध में जिलाधिकारी को अवगत करा दिया है। उन्होंने काम नहीं करने पर वेतन रोके जाने की संस्तुति भी की है।
बृहस्पतिवार सुबह नगर पालिका कर्मचारी कार्यालय पहुंचे। कर्मचारियों ने कार्यालय का ताला बंद कर पालिका अध्यक्ष के आवास पर जाकर शिकायत की। इस दौरान वहां 24 सभासद भी पहुंच गए। सभी ने मिलकर अधिशासी अधिकारी कु. अमिता वरुण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अधिशासी अधिकारी उनसे अभद्र व्यवहार करती हैं। इसके बाद सभी कर्मचारियों ने 16 फरवरी तक सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया।
इसके अलावा 24 सभासदों ने भी पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन देकर अधिशासी अधिकारी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। सभी ने उन्हें तुरंत प्रभाव से पद से हटाने की मांग की है। पालिका अध्यक्ष ने उच्चाधिकारियों और शासन को इस मामले से अवगत कराने का आश्वासन दिया है। कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश पर जाने से पालिका में आए फरियादियों को बैरंग लौटना पड़ा। दूसरी ओर पालिकाध्यक्ष सोना ¨सह द्वारा दिसंबर माह में हटाए गए सफाई कर्मचारी सोमपाल, आशीष, पूरन, सचिन, अमित, अशोक, जागेश और सुमित ने अधिशासी अधिकारी से मिलकर खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा कि पालिकाध्यक्ष ने उन्हें बिना कारण ही नौकरी से हटा दिया। इस कारण उनके परिवार के सदस्य दो जून की रोटी के लिए परेशान हो रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में लिपिक नवीन कुमार, टीसी प्रवीन कुमार, अब्दुल, रविशंकर, कृष्ण कुमार, बिशंवर ¨सह, अमित कुमार, अवनीश कुमार, चीनीपाल, नसीम, ओमप्रकाश, इकबाल, पुष्पा, राजकुमार, राजपाल, विनोद, अजय, रवि, राजवीर, महेंद्र, राहुल, अनिल, राकेश चंद, सुरेंद्र, जयकिशोर आदि शामिल थे।
कर्मचारियों और सभासदों ने अधिशासी अधिकारी कु. अमिता वरुण पर अभद्रता जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए ज्ञापन दिया है। उन्होंने अधिशासी अधिकारी को हटाने की मांग की है। कर्मचारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन के संबंध में जिलास्तर के अधिकारियों और शासन को अवगत कराया जाएगा। --सोना ¨सह, पालिकाध्यक्ष
पालिकाध्यक्ष ने 15 सफाई कर्मचारियों को हटाकर अपने करीबियों को सफाई कर्मचारी तैनात किया है, जो क्षेत्र में सफाई करने नहीं जाते हैं। कुछ सभासदों ने इन सफाई कर्मचारियों की लिखित शिकायत की थी, जिसके बाद 13 फरवरी को उन्हें हटा दिया गया। इससे नाराज कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। अवकाश पर गए कर्मचारियों का वेतन काटने के लिए जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी से संस्तुति की गई है। अभद्रता के आरोप निराधार हैं।
-कु. अमिता वरुण, अधिशासी अधिकारी