अक्टूबर में पेराई शुरू करने को मिल प्रबंधन ने मांगे 21 करोड़
बंदी की तलवार लटकने वाली ¨सभावली और ब्रजनाथपुर शुगर मिल प्रबंधन ने प्रशासन से मांग की है। प्रबंधन ने मिल की रिपेय¨रग और मेंटिनेंस कराने के लिए धन के अभाव की समस्या से अवगत कराया गया। इसके लिए 21 करोड़ रुपये की प्रशासन से मांग की है। मांग पूरी न होने पर अक्टूबर माह में मिल चलाने से हाथ खड़े कर दिए हैं। जबकि जिला गन्ना अधिकारी ने भुगतान
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : ¨सभावली और ब्रजनाथपुर चीनी मिल प्रबंधन ने प्रशासन से 21 करोड़ रुपये दिए जाने की मांग की है। प्रबंधन ने प्रशासन को मिल की मरम्मत और रखरखाव के लिए धन के अभाव की समस्या से अवगत कराया है। इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रशासन से 21 करोड़ रुपये की व्यवस्था कराने की मांग की है। धन की व्यवस्था नहीं होने पर प्रबंधन ने अक्टूबर माह में मिल में पेराई शुरू करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। दूसरी ओर जिला गन्ना अधिकारी ने भुगतान में तेजी लाने और अक्टूबर माह में हर हाल में मिल चलाने के आदेश दिए हैं। जनपद की ¨सभावली और ब्रजनाथपुर चीनी मिल पर किसानों का करोड़ों रुपया बकाया है। अपने रुपये के भुगतान को लेकर किसान अक्सर प्रदर्शन करते रहते हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन भी मिल प्रबंधन पर भुगतान करने के लिए दबाव बनाता है। मिल प्रबंधन सरकार द्वारा चीनी बिक्री पर कोटा लगाए जाने को दोष देकर पल्ला झाड़ लेता है। अब मिल प्रबंधन ने किसानों का भुगतान नहीं करने के अलावा एक नई समस्या खड़ी कर दी है। उसने अक्टूबर माह में मिल में पेराई प्रारंभ करने से हाथ खड़े कर लिए हैं। प्रबंधन ने जिला प्रशासन से मिल मरम्मत और रखरखाव के लिए 21 करोड़ रुपये की मांग की है। जिला गन्ना अधिकारी ने यह राशि देने से इन्कार कर दिया है। मिल प्रबंधन ने हाल ही में हुई बैठक में धन के अभाव का रोना रोया।
मिल के मुख्य महा प्रबंधक करन ¨सह ने कहा कि मिल में मरम्मत और रखरखाव के लिए मशीने खोल दी गई हैं। धन के अभाव के कारण इनकी मरम्मत का काम संपन्न नहीं हो पा रहा है, इससे कर्मचारियों में निराशा है। इस कार्य को पूरा करने के लिए कम से कम 21 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। यदि यह धनराशि नहीं मिली तो अक्टूबर माह में मिल में पेराई शुरू कर पाना संभव नहीं है। इस पर जिला गन्ना अधिकारी ओम प्रकाश ¨सह ने मिल प्रबंधन को निर्देशित किया है कि अक्टूबर माह में हर हाल मिल चलाया जाए। ऐसा नहीं करने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।