इस्लाम के पांच फर्जो में से एक है रमजान : सलमा खान
अल्लाह ने क़ुरआन में फरमाया है ए ईमान वालो तुम पर रो•ो फर्•ा किए गए हैं जेसा की पिछली उममतों पर भी फर्•ा किए गए थे ताकि तुम मुत्तक़ी और परहे•ागार बन जाओ! दूसरी जगह इरशाद फ़रमाया. रो•ा मेरे लिए है और इसका सवाब में ही दूंगा. हदीस में नबी ने फरमाया है तुम पर एक महीना आ रहा है जो बहुत बड़ा और मुबारक महीना है
जागरण संवाददाता, हापुड़ : अल्लाह ने क़ुरआन में फरमाया है कि ऐ ईमान वालों तुम पर रो•ो फर्•ा किए गए हैं, जैसा की पिछली उममतों पर भी फर्•ा किए गए थे ताकि तुम मुत्तक़ी और परहे•ागार बन जाओ! दूसरी जगह इरशाद फ़रमाया कि रो•ा मेरे लिए है और इसका सवाब मैं ही दूंगा। हदीस में नबी ने फरमाया है एक महीना आ रहा है जो बहुत बड़ा और मुबारक महीना है इसमें एक रात शब-ए-क़द्र आती है जो ह•ार महीनों से बढ़कर है! वो रातें हैं 21,23,25,27,29 की रातें। इन रातों में इबादत करने का सवाब ह•ार महीनों की रातों में इबादत करने से बेहतर है! इस महीने में एक नफिल का सवाब फर्•ा के बराबर और एक फर्•ा का सवाब सत्तर फराइ•ा के बराबर कर दिया जाता है! ये महीना सब्र का है और सब्र का बदला जन्नत है! ये महीना लोगों के साथ हमदर्दी करने का है! इस महीने में मोमिन का रि•ाक़ बढ़ा दिया जाता है! जो इंसान किसी रो•ो दार को इफ्तार कराए उसके गुनाह माँफ कर दिए जाते हैं और उसके ऊपर जहन्नुम की आग हराम हो जाती है! इस बरकत महीने में ही क़ुरआन ना•ालि किया गया! इस महीने का पहला हिस्सा रहमत, दूसरा मगफिरत, तीसरा दो•ाख की आग से आ•ादी का है! जो इंसान इस महीने में अपने नौकर के बोझ को हल्का कर दे तो अल्लाह ताला उसकी मग़फिरत फरमा देते हैं! इस बा बरकत महीने में खूब कसरत से अल्लाह का •ाक्रि करना चाहिए. और अल्लाह से अपने गुनाहों की माँफी तलब करनी चाहिए! अल्लाह के रास्ते में खूब पेसा खर्च करना चाहिए क्योंकि इस महीने में एक रुपया खर्च करने पर सत्तर रुपया खर्च करने के बराबर सवाब मिलता है! अल्लाह से खूब दुआ मांगनी चाहिए क्योंकि रो•ो दार की दुआ रद नहीं की जाती है बल्कि •ारूर क़ुबूल होती है ! अपने वतन मुल्क में अमन चैन की फि•ा क़ायम रहने और मुल्क की तरक्की के लिए भी अल्लाह से दुआ करनी चाहिए! क्यूंकि मेरा म•ाहब अपने मुल्क से मुहब्बत और इसके लिए मर मिटने का सबक़ देता है। सलमा खान
रिसर्च स्कॉलर थयोलॉजी डिपार्टमेंट
एएमयू अलीगढ़