कोरोना का कहर : कंटेनमेंट जोन में बैंकों की 27 शाखाओं पर ताला
जिले में कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। हापुड़ और पिलखुवा शहर में बढ़ते कोरोना के मामलों ने कंटेनमेंट/बफर जोन भी बढ़ा दिए हैं। दोनों शहरों में विभिन्न बैंकों की 27 शाखाओं पर ताला लटका हुआ है। जिसके चलते करीब डेढ़ लाख खाताधारक लेनदेन नहीं कर पा रहे हैं। अनुमान के मुताबिक करोड़ों का लेनदेन प्रभावित हो रहा है। हालांकि इन क्षेत्रों में जरूरतमंदों को कैश उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल कैश वैन लगाई गई हैं। 25 मार्च को देशभर में लॉकडाउन लगाया गया। लॉकडाउन के दौरान कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में बैंकों की शाखाएं खुली रहीं। सील किए गए
गौरव भारद्वाज, हापुड़ :
जिले में कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। हापुड़ और पिलखुवा शहर में बढ़ते कोरोना के मामलों ने कंटेनमेंट/बफर जोन भी बढ़ा दिए हैं। दोनों शहरों में विभिन्न बैंकों की 27 शाखाओं पर ताला लटका हुआ है, जिसके चलते करीब डेढ़ लाख खाताधारक लेनदेन नहीं कर पा रहे हैं। अनुमान के मुताबिक करोड़ों का लेनदेन प्रभावित हो रहा है। हालांकि इन क्षेत्रों में जरूरतमंदों को कैश उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल कैश वैन लगाई गईं हैं।
25 मार्च को देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया था। लॉकडाउन के दौरान कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में बैंकों की शाखाएं खुली रहीं। सील किए गए क्षेत्रों में मोबाइल कैश वैन के माध्यम से जरूरतमंदों को भुगतान किया गया। लॉकडाउन के दौरान हापुड़ में सिर्फ बुलंदशहर रोड, पिलखुवा के कुछ मोहल्ले और गढ़मुक्तेश्वर में कंटेनमेंट जोन रहा। मौजूदा हालात में संपूर्ण पिलखुवा और हापुड़ शहर का 70 फीसदी क्षेत्र सील पड़ा है। पिलखुवा में 14 और हापुड़ के सील क्षेत्रों में बैंकों की 13 यानि कुल 27 शाखाओं पर ताला लगा हुआ है। सील होने के चलते इनमें 22 एटीएम भी बंद हैं। इनमें लगभग 1.5 लाख खाता धारक लेनदेन नहीं कर पा रहे हैं।
क्या कहते हैं लोग
कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते सील क्षेत्रों की संख्या भी बढ़ रही है। इन क्षेत्रों में बैंकों की शाखाएं भी बंद हो गईं हैं। बैंक बंद होने से लेनदेन नहीं हो पा रहा है। कैश की किल्लत हो रही है।
लक्ष्मण स्वरूप सिघल, व्यापारी
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मेरा घर कंटेनमेंट जोन में नहीं है, लेकिन जिन बैंकों की शाखाओं में खाते हैं वह कंटेनमेंट जोन में हैं। बैंकों की शाखाएं बंद होने से लेनदेन नहीं हो पा रहा है। इसके चलते भारी परेशानी हो रही है।
विपुल गर्ग, व्यापारी
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कंटेनमेंट जोन के बैंक और एटीएम बंद होने के चलते जो एटीएम खुले हुए हैं, उनमें लंबी लाइन लगी रहती है। जबकि कुछ एटीएम में कैश नहीं रहता है। इससे परेशानी हो रही है।
पूनम देवी, निवासी कोटला मेवातियान
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मेडिकल स्टोर के कार्य से आए दिन बैंक से काम पड़ता है, लेकिन बैंक की शाखाएं कंटेनमेंट जोन में होने के चलते लेनदेन नहीं हो पा रहा है। इस परेशानी के लिए कोई समाधान निकालना चाहिए।
रोहित, निवासी मेडिकल स्टोर संचालक
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क्या कहते हैं अधिकारी
कंटेनमेंट जोन/बफर जोन में होने के चलते हापुड़ और पिलखुवा की 27 शाखाओं को बंद रखा गया है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि कोरोना का संक्रमण न फैले। यदि सील क्षेत्र में शाखाएं खुलीं तो संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। जरूरतमंद खाताधारकों को सुविधा के लिए मोबाइल कैश वैन चलाई जा रही हैं।
आशुतोष त्रिपाठी, जिला अग्रणी बैंक मैनेजर
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कहां कितने और किस बैंक की शाखा बंद
बैंक का नाम हापुड़ पिलखुवा
एसबीआइ 03 01
कैनरा बैंक 01 02
पीएनबी 01 02
बैंक ऑफ इंडिया 01 00
यूनियन बैंक 03 00
इंडियन बैंक 02 02
एचडीएफसी बैंक 01 01
एक्सिस बैंक 00 01
सेंट्रल बैंक 00 01
बैंक ऑफ बड़ौदा 00 01
जिला सहकारी बैंक 00 01
कार्पोरेशन बैंक 00 01
इंडियन ओवरसिज बैंक 01 00
आइसीआइसीआइ बैंक 00 01
कुल योग 13 14
नोट- यह आंकड़े जिला अग्रणी बैंक प्रबंधन कार्यालय से लिए गए हैं।