कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेला : जिम्मेदारी का पूरे मनोयोग से निवर्हन करें कर्मचारी : मंडलायुक्त
पतित पावनी गंगा मैया के तट पर मेला प्रारंभ होते ही बैठकों का भी दौर शुरू हो गया। मेला पुलिस लाइन में में मातहतों की बैठक लेते हुए मंडलायुक्त अनीता मेश्राम ने अधिनस्थों को विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेले का ऐसा आयोजन कराओ कि श्रद्धालुओं को कुंभी मेले की अनुभूति हो। वहीं पुलिस महानिरीक्षक
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : मां गंगा के तट पर मेला प्रारंभ होते ही प्रशासन की ओर से बैठकों का दौर शुरू हो गया। मेला पुलिस लाइन में मातहतों की बैठक लेते हुए मंडलायुक्त अनीता मेश्राम ने अधिनस्थों को विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेले का ऐसा आयोजन कराओ कि श्रद्धालुओं को कुंभ मेले की अनुभूति हो। वहीं पुलिस महानिरीक्षक रामकुमार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तत्पर रहने के आदेश दिए। साथ ही मेले में शराब और हथियारों के लाने पर रोक लगाते हुए पकड़े जाने पर कार्रवाई के आदेश दिए। शुक्रवार शाम मंडलायुक्त अनीता सी. मेश्राम ने मेले की पुलिस लाइन में आयोजित एक बैठक में मेले की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक रामकुमार भी मौजूद थे। प्रशासनिक कार्यालय पहुंचे अधिकारियों को सबसे पहले गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके बाद अधिकारियों ने मेला क्षेत्र का भ्रमण किया। बैठक में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने मेले में सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी दी। जिलाधिकारी अदिति ¨सह ने मेले के आयोजन की तैयारियों का विवरण दिया।
समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त अनीता सी. मेश्राम ने कहा कि यह स्थान मनुष्य को पाप और पुण्य कार्यों के अंतर का अहसास कराता है। यहां श्रद्धालु आस्था और भक्ति भाव से पहुंचते हैं और पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। इंसान के कर्म ही पाप और पुण्य बनते हैं। उन्होंने कहा कि मेले का ऐसा आयोजन किया जाए कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कुंभ मेले में आने की अनुभूति हो। जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को यहां तैनात किया गया है उन्हें इस स्थान का महत्व समझना चाहिए। वह मेले में अपनी तैनाती के दौरान बेहतर सेवा कर पुण्य कमा सकते हैं। उन्हें अपनी जिम्मेदारी का पूरे मनोयोग से निर्वहन करना चाहिए। ऐसा करने से न केवल वह अपने कर्तव्य का निवर्हन करेंगे, बल्कि उन्हें पुण्य की भी प्राप्ति होगी।
पुलिस महानिरीक्षक रामकुमार ने कहा कि यह श्रद्धालुओं का मेला है, उनकी भावनाओं का पूरा ख्याल रखना है। सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को अपना व्यवहार सही बनाए रखें। उनके व्यवहार से किसी श्रद्धालु को परेशानी नहीं होनी चाहिए। सभी कर्मचारी अपने तैनाती स्थलों पर समय से पहुंचे और मेला सकुशल समाप्त होने के बाद ही मेला स्थल छोड़ें। यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान बनाए रखें। कहीं जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं हो। मनोरंजन स्थल, स्नान घाट जैसे स्थलों पर भी विशेष चौकसी बरती जाए। उन्होंने मेले में शराब और हथियारों को ले जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने यातायात के बारे में विस्तार से समझाते हुए कहा कि कहीं भी व्यवस्था बिगड़ी दिखाई दे तो सीधे अधिकारियों को बताएं। इससे पूर्व जिलाधिकारी अदिति ¨सह, पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी दीपा रंजन, अपर जिलाधिकारी जयनाथ ¨सह यादव, अपर पुलिस अधीक्षक राम मोहन ¨सह, पुलिस क्षेत्राधिकारी पवन कुमार, उपजिलाधिकारी ज्योति राय ने मेले में मंडलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक स्वागत किया।