Move to Jagran APP

हवन से शुद्ध और सुगंधित हो रहा मेला परिसर

कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में एक ओर जहां श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में स्नान के दौरान अठखेलियां कर आनंद लिया जा रहा है तो दूसरी ओर मेले में अलग-अलग स्थानों पर अपने शिविर लगाए साधू संतों द्वारा हवन में सामग्री की सुगंध फैलाने का कार्य किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में चहुंओर धूप व सामग्री की महक अपनी ओर श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 08:33 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 08:33 PM (IST)
हवन से शुद्ध और सुगंधित हो रहा मेला परिसर
हवन से शुद्ध और सुगंधित हो रहा मेला परिसर

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर

loksabha election banner

कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मेला परिसर में अलग-अलग स्थानों पर स्थापित किए शिविरों में साधु-संत प्रतिदिन हवन कर वातावरण को शुद्ध कर रहे हैं। सामग्री की सुगंध से मेला परिसर में रह रहे श्रद्धालुओं का मन प्रफुल्लित हो उठता है। वेदमंत्रों की गूंज और विद्वानों के प्रवचनों से श्रद्धालु आत्मिक लाभ उठा रहे हैं।

कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने डेरा डाल लिया है। मेला परिसर में देवोत्थान एकादशी पर श्रद्धालु गंगा में विशेष स्नान करते हैं। जिला पंचायत और पुलिस प्रशासन के अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। मेरठ संतर में खिचड़ी वाले बाबा के शिविर में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। बुलंदशहर संतर में आए साधु चिलम के कश लगा कर आनंद की प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं। दिल्ली संतर और आर्य समाज के शिविर में प्रतिदिन हवन कर वातावरण को शुद्ध किया जा रहा है। वेदमंत्रों की मधुर ध्वनि सुनकर श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति का अनुभव हो रहा है। हवन से आने वाली सुगंध से मेला परिसर का वातावरण सुगंधित हो रहा है। इस कारण श्रद्धालुओं को आत्मिक और शारीरिक लाभ मिल रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.