हवन से शुद्ध और सुगंधित हो रहा मेला परिसर
कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में एक ओर जहां श्रद्धालुओं द्वारा गंगा में स्नान के दौरान अठखेलियां कर आनंद लिया जा रहा है तो दूसरी ओर मेले में अलग-अलग स्थानों पर अपने शिविर लगाए साधू संतों द्वारा हवन में सामग्री की सुगंध फैलाने का कार्य किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में चहुंओर धूप व सामग्री की महक अपनी ओर श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मेला परिसर में अलग-अलग स्थानों पर स्थापित किए शिविरों में साधु-संत प्रतिदिन हवन कर वातावरण को शुद्ध कर रहे हैं। सामग्री की सुगंध से मेला परिसर में रह रहे श्रद्धालुओं का मन प्रफुल्लित हो उठता है। वेदमंत्रों की गूंज और विद्वानों के प्रवचनों से श्रद्धालु आत्मिक लाभ उठा रहे हैं।
कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने डेरा डाल लिया है। मेला परिसर में देवोत्थान एकादशी पर श्रद्धालु गंगा में विशेष स्नान करते हैं। जिला पंचायत और पुलिस प्रशासन के अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। मेरठ संतर में खिचड़ी वाले बाबा के शिविर में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। बुलंदशहर संतर में आए साधु चिलम के कश लगा कर आनंद की प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं। दिल्ली संतर और आर्य समाज के शिविर में प्रतिदिन हवन कर वातावरण को शुद्ध किया जा रहा है। वेदमंत्रों की मधुर ध्वनि सुनकर श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति का अनुभव हो रहा है। हवन से आने वाली सुगंध से मेला परिसर का वातावरण सुगंधित हो रहा है। इस कारण श्रद्धालुओं को आत्मिक और शारीरिक लाभ मिल रहा है।