Move to Jagran APP

Neem River Latest News: राजवाहे के अतिरिक्त पानी को नदी में डालेगा सिंचाई विभाग

Neem River Latest News बरसाती नदी का जहां उद्गम होता है वहां पर एक बड़ा तालाब होता है जिसमें बारिश का पानी इकट्ठा होता है और भूजल ऊपर करता है। एक सीमा के बाद जब जल रिचार्ज होना बंद हो जाता है तो उसमें से पानी ऊपर आ जाता है।

By Jp YadavEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 11:29 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 11:35 AM (IST)
Neem River Latest News: राजवाहे के अतिरिक्त पानी को नदी में डालेगा सिंचाई विभाग
नीम नदी का जहां उद्गम है वह बहुत ही निचला क्षेत्र है।

हापुड़ [मनोज त्यागी]।  दैनिक जागरण के आह्वान पर नीम नदी को लेकर सहयोग सामाजिक सेवा समिति ने मोहल्ला शिवपुरी में गोष्ठी का आयोजन किया। नीम नदी से दैनिक जागरण के साथ जुड़े मदन सैनी ने गोष्ठी में कहा कि कई जगह इस बात पर चर्चा की जाती है कि दतियाना गांव से नदी कैसे निकल सकती है। वहां तो कुछ ऐसा नहीं है जो नदी वहां से बहे। हमें इस बात को समझना होगा कि नदी दो तरह से बहती है एक जो ग्लेशियर पिघलने से बहती है उसमें गंगा, यमुना, नर्मदा जैसी नदियां है जो 12 महीने बहती हैं। दूसरी नदियां वह होती है जो बरसात में बहती हैं। बरसाती नदी का जहां उद्गम होता है वहां पर एक बड़ा तालाब होता है जिसमें बारिश का पानी इकट्ठा होता है और भूजल का ऊपर करता है। एक सीमा के बाद जब जल रिचार्ज होना बंद हो जाता है, तो उसमें से पानी ऊपर आ जाता है और धीरे-धीरे नदी के जरिए आगे बढ़ जाता है। नीम नदी भी उसी में से एक है। नीम नदी का जहां उद्गम है वह बहुत ही निचला क्षेत्र है। जहां बारिश का पानी इकट्ठा होकर नदी का रूप लेता है। अक्सर बरसाती नदी पांच से छह महीने बहती हैं। जैसा कि दैनिक जागरण से सिंचाई विभाग की बात हुई है तो यह नदी राजवाहे के पानी से निरंतर बहेगी और पूरे क्षेत्र के भूजल स्तर का ऊपर रखेगी। इससे लोगों को लगातार भूजल स्तर घटने की समस्या रहती है। नीम नदी से उसका समाधान भी हो जाएगा। इस मौके पर एसपी शर्मा, शिव कुमार शर्मा, मिथलेश शर्मा, विकाश शर्मा, सुरेंद्र गुप्ता, प्रेम शर्मा भी उपस्थित थे।

loksabha election banner

ब्रिटिश गजेटियर में भी नीम नदी का उल्लेख

वर्ष 1904 में अंग्रेज अफ़सर एचआर नेविल द्वारा लिखे गए मेरठ के ब्रिटिश गज़ेटियर के चौथे पार्ट के पेज नम्बर 14 व 15 पर नीम नदी व उससे जुड़ी बातों को लिखा गया है। उसमें उल्लेखित है कि नीम नदी में शाहजहांपुर व बुकलाना सहित आसपास का बरसात व बहाव का पानी साइफन के माध्यम से नीम नदी में आता था जोकि आगे बहते हुए चला जाता था। नीम नदी के आसपास की मिट्टी बहुत उपजाऊ रही है। यहां नदी में रेत भी निकलता था।-नदी पुत्र रमन कांत त्यागी

मेरा गांव नदी से कुछ दूरी पर है। मेरी उम्र भी करीब 80 वर्ष होने जा रही है। मैने कभी नीम नदी के बारे में नहीं सुना। आज जब चर्चा हो रही है तो नदी के बारे में जानकारी मिली। कुछ लोग इस नदी को नाला कहते थे, लेकिन नाम कोई नहीं बताता था। नदी पुनर्जीवित हो यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात होगी। -केके गौड़

पानी के संकट को लेकर सरकार चिंतित है। इस बात की चिंता सभी को करनी होगी। नीम नदी के अभियान के बारे में दैनिक जागरण में लगातार पढ़ रहा हूं। उसी से नीम नदी के बारे में जानकारी मिली है। जब भी नदी के उद्गम पर खुदाई होगी, हम सभी श्रमदान करेंगे। -केके भारद्वाज

साउथ में मकान बनाते समय हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करना जरूरी होता है। अन्यथा नक्शा पास नहीं होता। वैसे इस तरह की व्यवस्था यहां भी है पर उस पर कोई अमल नहीं करता है। सिर्फ कागजों में ही व्यवस्था कर दी जाती है। हवा पानी सब फ्री में प्रकृति ने दिया है। अब हमें भी उसे कुछ तो रिटर्न करना ही होगा। जन आंदोलन में साथ हैं। -पीके शर्मा

पानी की किल्लत को सभी को समझना होगा। पानी जरूरत के हिसाब से ही खर्च करें। पानी को व्यर्थ बहने से सभी रोकें। नदी और तालाबों को मिलकर सुरक्षित करना होगा। यह बात सच है कि पानी संचयन के लिए नदी और तालाब सबसे बड़ा सोर्स होता है। इस बात को हमें आने वाली पीढ़ी को भी बतानी होगी। ताकि वह पानी की महत्ता को समझें। - ज्ञान चंद शर्मा

दैनिक जागरण ने नीम नदी को लेकर जो मुहिम शुरू की है। यह कदम बहुत ही सराहनीय है। आज यहां गोष्ठी में अधिकांश बुजुर्ग बैठे हैं। एक दिन मैने देखा था कि युवा भी इस मुहिम से जुड़े हैं। बुजुर्गों का तजुर्बा और युवाओं की उर्जा को मिलाकर नदी पुनर्जीवित हो जाएगी। -आरडी शर्मा

मैं तो दैनिक जागरण की मुहिम से पहले दिन से जुड़ा हूं। लगातार अखबार पढ़कर उस पर चर्चा करता हूं। रही बात नदी पर श्रमदान करने की मै सबसे आगे जाकर काम करूंगा। बस आप लोग मुझे बता दें कि कब से काम शुरू होने जा रहा है। -राजकुमार गुप्ता


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.