प्रधानमंत्री आवास योजना में धोखाधड़ी से पाई धनराशि
प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनाने के नाम पर देहात थाना क्षेत्र के मोहल्ला भीमनगर निवासी एक महिला और पुरुष ने करीब 50-50 हजार रुपये की धनराशि जिला नगरीय अभिकरण (डूडा) से प्राप्त कर ली। धोखाधड़ी के माध्यम से धनराशि प्राप्त करने की शिकायत किसी ने मुख्य विकास अधिकारी से कर दी। सीडीओ के आदेश पर डूडा के अधिकारियों ने इस मामले की जांच की तो यह पर्दाफाश हुआ। सोमवार को परियोजन अधिकारी ने दोनों आरोपितों के खिलाफ थाना देहात में मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए तहरीर दी है।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनाने के नाम पर देहात थाना क्षेत्र के मोहल्ला भीमनगर निवासी एक महिला और पुरुष ने करीब 50-50 हजार रुपये की धनराशि जिला नगरीय अभिकरण (डूडा) से प्राप्त कर ली। धोखाधड़ी के माध्यम से धनराशि प्राप्त करने की शिकायत किसी ने मुख्य विकास अधिकारी से कर दी। सीडीओ के आदेश पर जब डूडा के अधिकारियों ने इस मामले की जांच की तो यह पर्दाफाश हुआ। सोमवार को परियोजना अधिकारी ने दोनों आरोपितों के खिलाफ थाना देहात में मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए तहरीर दी है। डूडा के परियोजना अधिकारी योगराज गौतम ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी क्षेत्र के लिए भीमनगर निवासी धर्मेंद्र और महिला लक्ष्मी उर्फ नगीना ने अपने आप को पात्र बताते हुए आवेदन किया था। दोनों के खाते में पहली किश्त के रूप में 50-50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए गए थे। मुख्य विकास अधिकारी दीपा रंजन को किसी व्यक्ति ने 29 सितंबर को एक शिकायती पत्र देकर दोनों की जांच कराने की मांग की गई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर विभाग के अधिकारियों से इस प्रकरण की जांच कराई। धर्मेंद्र के मकान में दो पक्के कमरे बने हुए थे। जबकि लक्ष्मी उर्फ नगीना के तीन कमरे बने हुए पाए गए। दोनों ने अपने आप को एक कमरे के मकान में रहने की जानकारी दी थी। इस मामले की जांच के दौरान यह पर्दाफाश हुआ है। दोनों के द्वारा फर्जी तरीके से धनराशि पाने और इस राशि को वापस विभाग में जमा करने के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन नोटिस का कोई जवाब नहीं मिल सका। इस प्रक्रिया के बारे में प्रशासन के अधिकारियों को अवगत कराया गया तो अधिकारियों के निर्देश पर मुकदमा पंजीकृत कराने के आदेश हुए हैं। एसएचओ देहात कौशलेंद्र ¨सह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामला पंजीकृत किया जा रहा है।