कटआउट: मां की सुधरेगी सेहत तो बच्चा भी पैदा होगा स्वस्थ
महिला यदि अल्प पोषित हो तो वह कम वजन वाले शिशु को जन्म देती है। मां के अल्प पोषित होने के कारण से नवजों भी कुपोषण के लक्षण आ सकते हैं। बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए मां का सेहतमंद होना अति आवश्यक है। इसके लिए सरकार द्वारा मातृत्व वंदना योजना चलाई हुई है। जो महिलाओं और उनके होने वाले बच्चों के लिए काफी सेहतमंद साबित हो रही है।
29 एचपीआर 02
जागरण संवाददाता, हापुड़
महिला यदि अल्प पोषित हो तो वह कम वजन वाले शिशु को जन्म देती है। मां के अल्प पोषित होने के कारण से नवजात में भी कुपोषण के लक्षण आ सकते हैं। बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए मां का सेहतमंद होना अति आवश्यक है। इसके लिए सरकार द्वारा मातृत्व वंदना योजना चलाई हुई है, जो महिलाओं और होने वाले बच्चों के लिए काफी सेहतमंद साबित हो रही है।
डिप्टी सीएमओ डॉ. जेपी त्यागी ने बताया कि योजना के तहत सरकार गर्भ में शिशु के आने के बाद से मां के पोषण का ख्याल रख रही है। इसके लिए मां को पोषण भत्ता दिया जा रहा है। इस योजना में केंद्र सरकार, राज्य सरकार, पब्लिक सेक्टर इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है। बल्कि मजदूर वर्ग परिवारों को रखा गया है।
उन्होंने बताया कि सरकार का मानना है कि मजदूर वर्ग की महिलाओं में अल्प पोषण उनके जीवन को प्रभावित करता है। गर्भावस्था के दौरान उन्हें पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। यह स्थिति गर्भावस्था के साथ ही नवजात को दूध पिलाने की अवधि में अत्याधिक प्रभावित होती है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में महिला को गर्भ धारण करने के बाद पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण कराते ही उन्हें पोषण के लिए पहली किश्त के रूप में एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। दूसरी किश्त के रूप में दो हजार रुपये प्रसव पूर्व पहली जांच कराने पर दिए जाएंगे। तीसरी और आखिरी किश्त के दो हजार रुपये प्रसव के बाद शिशु का पंजीकरण कराने और टीकाकरण कराने पर मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि लाभ पाने के लिए गर्भवती महिला को बैंक या डाकघर में खाता खुलवाना अनिवार्य होगा। योजना के तहत आने वाली किश्त गर्भवती महिला के खाते में ही भेजी जाएगी।