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Hapur Crime: सजा से बचने के लिए आरोपित ने रच डाला अपनी मौत का खेल, जानिए पूरा मामला

न्यायालय में आरोपित के जमानती इस्तेकार निवासी ग्राम सिखेड़ा थाना पिलखुवा ने प्रार्थना पत्र दिया कि बाबूनाथ की मृत्यु हो चुकी है।इसीलिए जामिनान को उनके दायित्वों से उन्मोचित किया जाए। प्रार्थना पत्र के साथ ग्राम ककराला के प्रधान यामीन की तरफ से जारी बाबूनाथ का मृत्यु प्रमाण पत्र भी था।

By Prateek KumarEdited By: Published: Mon, 20 Jun 2022 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jun 2022 05:58 PM (IST)
Hapur Crime: सजा से बचने के लिए आरोपित ने रच डाला अपनी मौत का खेल, जानिए पूरा मामला
ग्राम प्रधान से जारी करा लिया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र।

धौलाना [संजीव वर्मा]। अपहरण और दुष्कर्म के आरोपित ने सजा से बचने के लिए खुद की मौत का खेल रच डाला। ग्राम प्रधान को झांसे में लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कराया गया और उसे न्यायालय में प्रेषित कर दिया गया। लेकिन, पुलिस को शक हुआ और जांच पड़ताल की तो मौत के राज का पर्दा हट गया। आरोपित ने अपने मृतक भाई के नाम का सहारा लिया था और पिछले एक साल से पुलिस को गुमराह किया जा रहा था।

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अपहरण और दुष्कर्म का मामला न्यायालय में विचाराधीन 

धौलाना थाने उपनिरीक्षक अरूण कुमार की तरफ से थाने दर्ज कराई रिपोर्ट के अनुसार, गांव ककराला ख्वासुपर जिला गौतमबुद्धनगर निवासी बाबूनाथ के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। आरोपित 15 जुलाई, 2017 से न्यायालय में पेश नहीं हो रहा था। इसके चलते न्यायालय से आरोपित के गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे।

प्रार्थना पत्र में बताया हो चुकी है मृत्यु

न्यायालय में आरोपित के जमानती इस्तेकार निवासी ग्राम सिखेड़ा थाना पिलखुवा ने प्रार्थना पत्र दिया कि बाबूनाथ की मृत्यु हो चुकी है। इसीलिए जामिनान को उनके दायित्वों से उन्मोचित किया जाए। प्रार्थना पत्र के साथ ग्राम ककराला के प्रधान यामीन की तरफ से जारी बाबूनाथ का मृत्यु प्रमाण पत्र भी था।

शक होने पर पुलिस ने जारी की खोजबीन

पुलिस ने मामले की खोजबीन शुरू की। तो पाया गया कि बाबूनाथ के दो भाई बनवारी और रमेशनाथ की मृत्यु हो चुकी है। भाई रमेशनाथ की मृत्यु की फायदा उठाते हुए बाबूनाथ ने अपने हाथ पर रमेश नाम गुदवा लिया और प्रधान को झांसे में लेकर मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा लिया। अब जब भी पुलिस वारंट लेकर बाबूनाथ के घर जाती तो बाबूनाथ अपने को रमेश बताते हुए बाबूनाथ के मरने का प्रमाण पत्र दिखा देता था। मामले की सच्चाई सामने आने पर विगत 16 मई को पुलिस ने बाबूनाथ को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।

चल रही जांच

थाना प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांडेय ने बताया कि हकीकत सामने आने पर मामले में उपनिरीक्षक अरूण कुमार की तरफ से ग्राम प्रधान ककराला ख्वासपुर यामीन, आरोपित बाबूनाथ और ग्राम सिखेड़ा निवासी दोनों जमानियों इस्तेकार, अहमद के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच चल रही है। न्यायालय आरोपितों की गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की जाएगी।


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