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    Delhi Blast: आतंक का 'प्रिस्क्रिप्शन' लिख रहा डॉ. फारूख, जांच में उजागर होंगे खौफनाक इरादे

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 11:17 AM (IST)

    हापुड़ के पिलखुवा में जीएस मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर फारूख अहमद डार को आतंकी मॉड्यूल बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, वह मेडिकल कॉलेज में आतंक का 'प्रिस्क्रिप्शन' लिख रहा था और छात्रों को आतंकी संगठनों से जोड़ने की साजिश रच रहा था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।  

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    केशव त्यागी, हापुड़। हापुड़ के पिलखुवा स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज से बुधवार देर रात प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर फारूख अहमद डार की गिरफ्तारी के बाद जिला सुर्खियों में है।

    पुलिस सूत्रों के अनुसार, फारूख मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक की आड़ में आतंक का प्रिस्क्रिप्शन लिख रहा था। बड़े आतंकी संगठनों से जुड़कर वह जिले में आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा था। पूछताछ के दौरान कई बड़े राज खुलने की संभावना है। जांच के दायरे में अन्य स्टाफ सदस्यों की भी पड़ताल हो सकती है।

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    पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर फारूख ने छह अक्टूबर 2022 से पांच अप्रैल 2024 तक उसने फरीदाबाद के अल फलाह यूनिवर्सिटी में नौकरी की थी। यहां नौकरी छोड़ने के बाद छह अप्रैल 2024 को वह जीएस मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट के पद पर काम करने लगा।

    असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति के बाद वह कैंपस में रहते हुए चिकित्सका व अन्य विभागीय कार्यों में सक्रिय रहता था। मगर, उसकी निजी जिंदगी से कोई भी परिचित नहीं था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी मुजम्मिल से मिली जानकारी के बाद हापुड़ पहुंचकर उसे दबोचा है।

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    सूत्रों के अनुसार, वहल मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक के पेशे में आतंक का प्रिस्क्रिप्शन लिख रहा था। वहां वह छात्रों का ब्रेनवाश कर वह उन्हें आतंकी मॉड्यूल से जोड़ने की साजिश रच रहा है। इसमें उसके कुछ अन्य साथी भी जल्द बेनकाब हो सकते हैं। दिल्ली के बम धमाके से जुड़े कुछ सुराग डॉक्टर से जुड़ हैं, जिसमें विस्फोटकों की आपूर्ति और नेटवर्किंग की भूमिका शामिल है। ऐसे में जिला पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है।

    आतंकी लिंक की आशंका, खुलेंगे कई राज

    सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि फारूख किसी बड़े आतंकी संगठन के साथ जुड़कर मेडिकल प्रोफेशनल्स को कवर के रूप में इस्तेमाल करता था। उधर, फारूख की गिरफ्तारी के बाद जीएस मेडिकल कॉलेज के छात्रों और स्टाफ पर भी कार्रवाई हो सकती है। बृहस्पतिवार को थाना पिलखुवा पुलिस कालेज पहुंची। पुलिस ने फारूख से जुड़ी जानकारी एकत्र की। एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि फारूख यहां किस-किस के संपर्क में था, यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है।