मत्स्य हाट में लगेगा गढ़ का मछली बाजार
अशरफ चौधरी गढ़मुक्तेश्वर गंगा भक्तों की धार्मिक भावना अब आहत नहीं होगी। सड़क किनारे मछ
अशरफ चौधरी, गढ़मुक्तेश्वर
गंगा भक्तों की धार्मिक भावना अब आहत नहीं होगी। सड़क किनारे मछलियों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने के उद्देश्य से पालिका परिषद द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत बनवाए गए मत्स्य हाट में विक्रेताओं को शिफ्ट किया जाएगा। विक्रेताओं को आठ दिन में आवेदन पत्र नगर पालिका में जमा करना होगा। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन ब्रजघाट गंगानगरी में अस्थि विसर्जन, दिवंगत स्वजन का दाह संस्कार, बच्चों का मुंडन और गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं।
वहीं फाल्गुन और सावन की कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों शिवभक्त ब्रजघाट गंगा से जल लेकर अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। मीरा रेती मार्ग पर सड़क किनारे मछलियों की बिक्री और कटान होने से आवागमन में दिक्कत उठाने के साथ ही उनकी धार्मिक भावना भी आहत होती है। भाजपा और सहयोगी संगठन इनकी सड़क पर बिक्री की रोकथाम करने की मांग कर रहे हैं। इसके मद्देनजर पालिका परिषद ने मीरा झंडे के पास स्थित खत्ते वाली भूमि में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत सन 2016 में 17 लाख रुपये की लागत से दस दुकानों वाले मत्स्य हाट का निर्माण कराया था, परंतु इसके बाद भी सड़कों के किनारे हो रही मछलियों की बिक्री बंद नहीं हो पा रही है, जिसे देखते हुए तहसील प्रशासन के कड़े निर्देशन में पालिका प्रशासन ने सड़कों के किनारे मछली बेचने वालों को मत्स्य हाट में शिफ्ट कराने की कवायद प्रारंभ कर दी है। चेयरमैन सोना सिंह ने बताया कि इच्छुक मत्स्य व्यवसाई और विक्रेता एक सप्ताह में अपने आवेदन पालिका के अधिशासी अधिकारी कार्यालय अथवा हापुड़ स्थित मत्स्य विभाग कार्यालय में जमा करा दें, जिन्हें मासिक किराए के आधार पर मत्स्य हाट में बनीं दुकानों का आवंटन किया जाएगा। ईओ संजीवन राम ने बताया कि सड़कों के किनारे मछली बेचने वालों को अब मत्स्य हाट में शिफ्ट कराया जाएगा, जिसका उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।