मन में आस्था का सैलाब लिए मेले में पहुंच रहे श्रद्धालु, कीचड़ ने बढ़ाई टेंशन
गढ़मुक्तेश्वर गंगा मेले में वर्षा के कारण रास्तों पर कीचड़ फैल गई है, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। बावजूद इसके, आस्था का सैलाब उमड़ रहा है और लाखों श्रद्धालु मेले में पहुंच रहे हैं। कीचड़ को दैवीय मानकर लोग भक्ति और मस्ती में डूबे हुए हैं, शिविरों में सामूहिक रूप से कार्य कर रहे हैं।
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संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़)। वर्षा होने के कारण गंगा मेले में बने अस्थाई रास्तों पर कीचड़ पसर गई है। इसके कारण वहां से गुजरने में वाहनों के फसने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, मेले में आस्था के साथ मस्ती का संगम दिखाई देने लगा है।
गढ़मुक्तेश्वर मेले में करीब सात लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस बीच वर्षा होने के कारण मेले में बनाए गए अस्थाई रास्तों पर कीचड़ पसर गई है। इसके कारण लोगों को वहां से गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कीचड़ के कारण वहां से गुजरने वाले वाहनों के फसने का खतरा मंडरा रहा है। कई वाहनों को दूसरे वाहनों से खींच कर निकाला गया है। इस बीच वर्षा होने के बाद भी श्रद्धालुओं का आगमन लगातार हो रहा है। हालांकि, रास्तों को लेकर लोगों के चेहरे पर सिकन दिखाई दे रही हैं। लेकिन वर्षा होने के कारण लोग इसको दैवीय कार्य मानकर आगे बढ़ रहे हैं।
शिविरों में भोजन बनाने से लेकर हुक्का गुडगुडाने तक के कार्य मिल जुलकर हो रहे है। गंगा स्नान कर भक्ति की जा रही है तो वहीं संगीत आदि पर नृत्य कर मस्ती की जा रही है।

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