गंगा नगरी ब्रजघाट के सभी मार्गों को किया गया बंद, पितृ पक्ष पूर्णिमा पर गंगा में नहीं होगा स्नान
पितृपक्ष पूर्णिमा के अवसर पर पहली बार ऐसा होगा कि लोग गंगा में स्नान नहीं कर सकेंगे। यह एक्शन कोरोना के कारण लिया गया है।
ब्रजघाट [राममोहन शर्मा]। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार बुधवार (आज) को पितृपक्ष पूर्णिमा के अवसर पर पहली बार ऐसा होगा कि लोग गंगा में स्नान नहीं कर सकेंगे। आस्था का संगम कहे जाने वाले गंगा घाट पर आस्था का मेला नहीं लगेगा। ब्रजघाट को सील कर दिया गया है। यदि कोई स्नान करने के लिए पहुंचता है तो उसे पहले रोका जाएगा, अगर आदेशों का पालन नहीं किया तो कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार को एसडीएम विजय वर्धन तोमर, पुलिस क्षेत्राधिकारी पवन कुमार ने ब्रजघाट घाट पर आयोजित होने वाले पितृपक्ष पूर्णिमा पर रोक लगा दी। पूर्णिमा पर्व पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बरेली, गाजियाबाद, मुरादाबाद, मेरठ आदि जनपदों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा तटों पर तर्पण और पिंडदान करने के लिए आते हैं।
ऐसे में आज बुधवार को पूर्णिमा के अलावा आगामी 16 दिनों तक पितृपक्ष के दौरान होने वाले धार्मिक अनुष्ठान को देखते हुए पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है। गंगा घाट पर धारा 144 को लागू कर मजिस्ट्रेट व पुलिस को कड़ाई से पालन कराने के आदेश दिए गए हैं।
गंगा तट पर भीड़ एकत्रित होने से कोरोना संक्रमण फैल सकता है, इसलिए कोरोना संक्रमण तथा लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए गंगा तटों पर श्रद्धालु गंगा स्नान करने व तटों के अासपास पर्वों पर लगने वाले मेलाें पर रोक लगा दी गई है।
एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने कहा कि गंगा नगरी पर मात्र अस्थि विसर्जन करने वाले और अंतिम संस्कार करने के लिए आने वाले लोगों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इसकी रोकथाम को लेकर गंगा नगरी के लिए आने वाले सभी मार्गों को सील कर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।