गणेश उत्सव शुरू.. विधि विधान से घरों में विराजमान हुए गणपति बप्पा
जागरण संवाददाता हापुड़ गणेश चतुर्थी उत्सव शनिवार से शुरू हो गया है। दस दिन तक चलने वा
जागरण संवाददाता, हापुड़ :
गणेश चतुर्थी उत्सव शनिवार से शुरू हो गया है। दस दिन तक चलने वाले उत्सव के चलते भक्तों ने पहले दिन घर में ही गणपति बप्पा को विराजमान किया। विधि विधान के अनुसार गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की गई। हालांकि, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी रही। मंदिर में केवल पुजारी एवं प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों द्वारा शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजा -अर्चना की गई।
दस दिवसीय गणेश उत्सव एक सितंबर तक चलेगा। पिछले वर्ष तक गणेश उत्सव के दौरान जनपद में विभिन्न स्थानों पर मेले का आयोजन हुआ करता था। मंदिरों के आसपास मेला जैसा आयोजन होता था। चाट-पकौड़ी, सौंदर्य प्रसाधन आदि की दुकान सजती थीं, लेकिन इस बार कोरोना संकट काल में मेले और सार्वजनिक आयोजनों पर पाबंदी है। इतना ही नहीं मंदिरों में भी बड़ी संख्या में भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी है। कोरोना से जंग जीतने के लिए इस बार भक्तों ने घर में ही गणपति बप्पा को विराजमान किया है। वैसे तो हर वर्ष लोग सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद घर में गणपति बप्पा को विराजमान करते थे, लेकिन इस बार बड़ी संख्या में लोगों ने गणपति बप्पा को घर में स्थापित किया है। इसके अतिरिक्त मंदिरों में भी प्रबंधन समिति के द्वारा भगवान गणपति की पूजा की गई।
श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर के पुजारी कृष्ण गोपाल गोस्वामी का कहना है कि मन में आस्था होनी चाहिए, प्रभु सभी जगह होते हैं। विधि विधान के अनुसार ही पूजा -अर्चना का फल मिलता है। कोरोना के मद्देनजर शासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए भक्तों को प्रतिदिन गणपति बप्पा की घर में पूजा करनी होगी। मंदिर समिति द्वारा इस बार बड़े कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा है। ना ही कोई शोभायात्रा निकाला जा रही है। मंदिर में शनिवार को पूजा-अर्चना के साथ भगवान गणपति की मूर्ति स्थापित की गई है।
मंदिर में श्रद्धालु कोरोना की गाइडलाइन का पालन करके दर्शन करने के लिए आ सकते हैं।
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विसर्जन पर रहेगी पाबंदी --
इस बार मूर्ति के विसर्जन के दौरान शोभायात्रा नहीं निकलेगी। बता दें कि हर वर्ष बैंडबाजों और रंगों की होली खेलते हुए भक्तजन गणपति बप्पा की मूर्ति का विसर्जन करने जाते थे। इसके चलते कई बार हाईवे पर जाम के हालात भी बन जाते थे। कोरोना संकट काल के चलते इस बार ब्रजघाट में भी मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ी संख्या में लोग नहीं जा पाएंगे। इसके अतिरिक्त मूर्ति विसर्जन के बाद भक्तजनों के गंगा में स्नान करने पर भी पाबंदी रहेगी।