मुंबई की हिंदू महिला को प्रेमजाल में फंसाया, फिर मस्जिद में पढ़ा गया निकाह; पढ़ें पीड़िता के मतांतरण की पूरी कहानी
मई 2024 में पीड़िता को पता चला कि पति ने पहले से ही एक महिला से निकाह किया हुआ है। उसका नाम समीर नहीं बल्कि कुछ और है। उसके तीन बच्चे भी हैं। इस जानकारी के बाद पीड़िता के होश उड़ गए। दस मई 2024 की रात पीड़िता आरोपित गांव उसके घर पहुंची। जहां आरोपित के स्वजन ने पीड़िता को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
केशव त्यागी, हापुड़। मुंबई की एक विधवा हिंदू महिला से इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के एक गांव के मुस्लिम व्यक्ति ने प्रेमजाल में फंसा लिया। इसके बाद आरोपित ने मुंबई जाकर महिला से शारीरिक संबंध बनाए। आरोपित ने महिला से अपना असली नाम व शादीशुदा होने की बात भी छिपाई।
दिल्ली की जामा मस्जिद में ले जाकर आरोपित ने महिला व उसकी पुत्री का मतांतरण करा दिया। जिसके बाद उससे निकाह कर लिया। अब महिला को आरोपित के असली नाम व शादीशुदा होने की जानकारी मिली तो वह उसके गांव में पहुंची। मगर स्वजन ने उसे अपनाने से इनकार कर दिया है। महिला ने थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
इंस्टाग्राम पर भेजी थी फ्रेंड रिक्वेस्ट
पुलिस में दी तहरीर में मुंबई के थाना पश्चिमी महाराष्ट्र के अन्ना मुकादम क्षेत्र की रहने वाली विधवा महिला ने बताया उसके पति का देहांत वर्ष 2015 में हो गया था। उस दौरान पीड़िता सात महीने की गर्भवती थी। पति की मौत के बाद पीड़िता ने पुत्री को जन्म दिया। फरवरी 2023 में उसके पास थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के एक गांव के एक मुस्लिम युवक ने इंस्टाग्राम के जरिए ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी।
आरोपित ने इंस्टाग्राम पर आईडी ब्लैक कमांडो के नाम से बनाई थी। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने पर आरोपित ने अपना फर्जी नाम बताया था। जिसके बाद दोनों के बीच बात होने लगी। आरोपित ने निकाह झांसा देकर पीड़िता को प्रेमजाल में फंसा लिया। इसके बाद आरोपित ने महिला से मुंबई जाकर शारीरिक संबंध बनाए।
मतांतरण कराकर किया था पीड़िता से निकाह
पीड़िता की बताया 25 मार्च 2023 को आरोपित उसे दिल्ली की जामा मस्जिद में ले गया। जहां आरोपित ने उसका मतांतरण कराया। मतांतरण के बाद पीड़िता का नाम बदलकर आयशा रख दिया।
आरोपित ने पीड़िता की पुत्री का नाम बदलकर इनाया रख दिया। इसके बाद आरोपित ने पीड़िता से निकाह कर लिया। इसके बाद पीड़िता जिला गौतमबुद्धनगर के गांव बरौला में किराए के मकान में रहने लगी। इसके बाद पति तीन से चार दिन में एक बार घर आता।
पीड़िता पर बनाया 20 लाख रुपये देने का दबाव
पति को तलाक देने से इनकार करने पर आरोपित पक्ष के लोगों ने उस पर 20 लाख रुपये देने का दबाव बनाया। आरोपितों ने पीड़िता को बताया कि अगर वह 20 लाख रुपये दे देगी तो पति पहली पत्नी को तलाक दे देगा। 11 मई 2024 को मेरठ से आरोपित के दो भाई भी गांव में पहुंचे। उन्होंने तीन लाख रुपये का लालच देकर पति को तलाक देने के लिए कहा। इस पर पीड़िता ने इनकार कर दिया।
थाने में हुआ फैसला, पीड़िता को मुंबई छोड़ भाग आया पति
मामले में पीड़िता ने 11 मई 2024 की शाम को चौकी मुदाफरा में तहरीर दी। जहां दोनों पक्षों को बुलाया गया। चौकी में पति ने पीड़िता को साथ रखने पर सहमति जताई। जिसके बाद फैसला होने पर पति पीड़िता को लेकर मुंबई चला गया। इस दौरान आरोपित अपने स्वजन से लगातार बात करता रहा।
31 मई को पति ने पीड़िता को बताया कि वह मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहा है। घर से निकलकर आरोपित वहां से भागकर अपने गांव आ गया। सोमवार को पीड़िता आरोपित के गांव पहुंची, लेकिन स्वजन ने उसे घर में रखने से इनकार दिया।
सड़क पर गुजारी रात, पुलिस लगाई न्याय की गुहार
घर में रखने से मना करने के बाद पीड़िता सोमवार रातभर अपनी पुत्री के साथ सड़क पर रहने को मजबूर हुई। मंगलवार सुबह पीड़िता थाने पहुंची और तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। थाना बाबूगढ़ प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि मामले की तहरीर मिली है। जांच की जा रही है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, अभी भी महिला अपने पति के गांव में ही है।