दबंगों के डर से परिवार ने गांव से किया पलायन
बेशक प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था बेहतर करने की पहल कर रही हो, लेकिन अभी भी कुछ दबंगों ने लोगों पर अत्याचार करना बंद नहीं किया है। दबंगों के भय से गांव हर¨सहपुर निवासी एक चिकित्सक और उसका परिवार अपना गांव छोड़कर पलायन कर गए हैं। क्योंकि पिछले दिनों गांव के ही पांच युवकों ने चिकित्सक के साथ मारपीट की और आए दिन घर में घुसकर उनकी पत्नी से छेड़छाड़ करते। विरोध करने पर चिकित्सक के पुत्र पर भी जानलेवा हमला किया गया। अधिकारियों की इस उदासीनता के चलते इस मामले पर सवालियां निशान लग रहे हैं कि आखिर पुलिस ने दबंगों पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : दबंगों के भय से गांव हर¨सहपुर निवासी एक परिवार अपने गांव से पलायन कर गया है। पिछले दिनों गांव के ही रहने वाले पांच युवकों ने परिवार के मुखिया से मारपीट की थी। आरोपित अक्सर घर में घुसकर व्यक्ति की पत्नी से छेड़छाड़ करते थे। विरोध करने पर उनके पुत्र पर भी जानलेवा हमला भी किया गया।
गांव हर¨सहपुर निवासी एक व्यक्ति के घर में दो अगस्त की रात गांव में रहने वाले पांच युवक जबरन घुस आए। विरोध करने पर आरोपितों ने उनकी पत्नी से छेड़छाड़ करना शुरू कर दी। विरोध करने पर युवकों ने दंपती के साथ मारपीट की। शोर सुनकर व्यक्ति का पुत्र मौके पर आया तो उसके साथ मारपीट करते हुए चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर दिया गया। इसके बाद दबंग व्यक्ति की सोने की चेन और जेब में रखे 13 सौ रुपये लूटकर फरार हो गए।
इस मामले में व्यक्ति ने पांचों युवकों के खिलाफ लूटपाट और छेड़छाड़ जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया था, लेकिन आरोपित युवकों की गिरफ्तार नहीं की। खुलेआम घूम रहे पांचों आरोपित व्यक्ति के घर में घुसकर उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इस संबंध में व्यक्ति ने हाफिजपुर के थाना प्रभारी को कई बार जानकारी दी थी, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
शुक्रवार को व्यक्ति परिवार समेत गांव में स्थित अपना घर बंद कर अपने बच्चों सहित पलायन कर गए। इस बात की जानकारी खुद व्यक्ति ने दी है। उनका कहना था कि गांव में अब पशु और खेती ही बची है। दबंगों के डर से उनका पूरा परिवार काफी दहशत में है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना हुई थी। जांच के बाद लूट का आरोप गलत पाया गया। अब यदि व्यक्ति को धमकी मिल रही है तो उन्हें अधिकारियों को जानकारी देनी चाहिए थी। इसके बावजूद वह मामले की जांच करा रहा हैं। गांव से किसी का भी पलायन नहीं होने दिया जाएगा।