आसमान से गिरी बूंदों ने धो डाला प्रदूषण, संजीवनी बनी बारिश
जागरण संवाददाता हापुड शहर में रविवार रात कुछ समय के लिए हुई बारिश और तेज हवा न
जागरण संवाददाता, हापुड
शहर में रविवार रात कुछ समय के लिए हुई बारिश और तेज हवा ने एक महीने से बिगड़े वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआइ) की हालत सुधार दी है। वातावरण में जहां हानिकारक गैसों की मात्रा कम हो गई है, वहीं धूल, धुएं और पटाखों की वजह से निकले अतिसूक्ष्म तत्वों का घनत्व पहले के मुकाबले नीचे आ गया है। अगले 48 घंटे तक हवा साफ रहने का अनुमान है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी, बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी लिए हवा ने पहले ही वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया था। दमा, टीबी, सांस के पुराने रोगी और कोरोना संक्रमित हो चुके लोगों की दुश्वारियां बढ़ाईं। डाक्टरों ने ऐसे मरीजों को बेवजह बाहर निकलने से मना कर दिया। बच्चों और बुजुर्गों को भी एहतियात रखने की सलाह दी। यहां तक तो सही था, लेकिन दीपावली के दिन रोक के बावजूद पटाखे चलने और आतिशबाजी की वजह से हवा की गुणवत्ता और भी अधिक प्रभावित हुई। वायु गुणवत्ता सूचकांक 423 तक पहुंच गया। वायुमंडल में नाइट्रोजन डाईआक्साइड की 300 से ऊपर पहुंच गई। रविवार रात तेज हवा संग हुई हल्की बारिश ने मौसम का मूड बदलकर रख दिया। इसकी वजह से हवा में मौजूद खतरनाक गैसे और नुकसानदायक तत्व धुल गए। सोमवार सुबह सैर को निकले लोगों ने पिछले कुछ दिनों की तुलना में बेहतर हवा में सांस ली। इससे पहले लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। रविवार शाम चार बजे शहर का एक्यूआइ 396 अंक था। जबकि सोमवार शाम चार बजे एक्यूआइ महज 149 अंक दर्ज किया गया।