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शादी होने के चलते नहीं टूटते हैं सपने, पढ़ें सोनू राणा की कहानी

खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है। ऐसी है ग्राम शाहपुर फगौता निवासी सोनू राणा।

By Pooja SinghEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 09:22 AM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 09:22 AM (IST)
शादी होने के चलते नहीं टूटते हैं सपने, पढ़ें सोनू राणा की कहानी
शादी होने के चलते नहीं टूटते हैं सपने, पढ़ें सोनू राणा की कहानी

पिलखुवा [संजीव वर्मा] खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले, खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है। ऐसी है ग्राम शाहपुर फगौता निवासी सोनू राणा। जिन्होंने ना केवल हौसले और लगन के साथ अपने सपनों को पूरा किया बल्कि, वर्तमान में अपनी कला की छठा बच्चियों को संवारने में बिखेर रही हैं। तमाम परेशानियों और मुश्किलों को झेलते हुए सोनू राणा ने मंजिल प्राप्त की। इसके लिए यह कई अवार्ड भी प्राप्त कर चुकी हैं।

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मेरठ में सोनू राण का हुआ जन्म

जनपद मेरठ पुलिस लाइन में जन्मी सोनू राणा की शादी वर्ष 2012 में शाहपुर फगौता निवासी अजीत राणा के साथ हुई। सोनू राणा का बचपन से सपना था कि वह भारतीय संस्कृति और उसकी नृत्य कला को देश दुनिया तक पहुंचाए। ग्रामीण परिपेक्ष्य में शादी होने के कारण कुछ समय के लिए उनका सपना टूटता दिखाई दिया लेकिन, इन्होंने कभी हार नहीं मानी और भारतीय नृत्य के प्रति दिल में भावना के साथ यह आगे बढ़ती गई। सोनू के सपनों को पूरा करने में उनके गुरु रजनीकांत का सहयोग रहा।

सोनू के पति ने निभाया साथ

पति अजीत का सहयोग प्राप्त होने के बाद उन्होंने अपने गुरु के सानिध्य में भारतीय नृत्य का ज्ञान प्राप्त किया। वर्तमान में सोनू राणा एक कोचिंग सेंटर में बतौर काउंसलर है। जिसमें वह बच्चियों का भविष्य संवार रही हैं। उन्हें भविष्य संवारने की राह दिखाने के साथ उनके अंदर आत्मनिर्भर बनने का आत्मविश्वास पैदा कर रही हैं। सोनू राणा बताती है कि उनका मकसद भारतीय संस्कृति की पहचान कथक सहित अन्य नृत्य का प्रसार-प्रचार करना है और बच्चियों में नृत्य की दीया जलाना है। इसीलिए वह अक्सर ग्रामीण क्षेत्र में शिविरों के माध्यम से बच्चियों, महिलाओं को निशुल्क नृत्य सिखाती हैं।

बेहतर प्रदर्शन करने वाली बच्चियों को उनके द्वारा स्टेज पर भी मौका दिलाया जाता है। अब तक करीब तीन सौ बच्चियों को वह भारतीय नृत्य सिखा चुकी हैं। इनमें बड़ी संख्या में बच्चियां स्कूल-कॉलेजों के कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर अवार्ड जीत चुकी हैं। सोनू राणा की मेहनत और लगन को देखते हुए पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश डांस स्पोर्टस एसोसिएशन ने उन्हें तकनीकी सचिव मनोनीत किया है।

नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री ने किया था सम्मानित

वर्ष 2017 में इंटरनेशनल डांस प्रतियोगिता में सोनू राणा ने भारत की ओर से प्रतिनिधित्व किया था। जिसमें उन्होंने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया और नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने अवार्ड दिया था। वर्ष 2015- 16 में प्रदेश स्तरीय स्पर्धा में सिल्वर, 2017-18 में चंडीगढ़ में आयोजित नेशनल प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश की ओर से हिस्सा लेते हुए गोल्ड मेडल प्राप्त किया है। 2018 में मुंबई में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में वह निर्णायक की टीम में शामिल रहीं। हॉल ही में अक्टूबर 10-11 को गोवा में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बतौर जज के रूप में यह हिस्सा लेंगी।

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