इंग्लिश बोलने वाले से प्रभावित न हों : ज्ञानेंद्र त्यागी
जागरण संवाददाता हापुड़ हमारा देश इंग्लिश बोलने वालों से इतना प्रभावित है कि हिदी हिदुस्ता
जागरण संवाददाता, हापुड़
हमारा देश इंग्लिश बोलने वालों से इतना प्रभावित है कि हिदी हिदुस्तान की मूल भाषा है, लेकिन जिस तरह से भिन्न भिन्न धर्म के लोग हैं उसी तरह कई भाषा एवं बोली यहां बोली जाती हैं। हिदी भाषा बोलने वाले लोगों की तुलना में इंग्लिश बोलने वाले लोग हमारे यहां आकर्षण का केंद्र होते हैं। यह बातें राष्ट्रीय सैनिक संस्था के जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी ने हिदी दिवस के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि यदि हमारे देश में किसी कार्यालय में कोई हिदी में बात कर रहा हो और उसी समय कोई इंग्लिश में बात करने लगे तो सभी का ध्यान इंग्लिश वाले की तरफ होता है। उस व्यक्ति की सुनवाई जल्दी होती है। कड़वा है पर सच है। देश में देश की मूल भाषा से ज्यादा अहमियत पश्चिमी भाषा को दी जा रही है। उसका मुख्य कारण है रोजगार प्राप्ति में सभी को अच्छी रोजगार कंपनियां तथा अन्य संस्थाओं में विशेष प्राथमिकता दी जाती है। कोई छात्र अपने क्षेत्र का दिग्गज क्यों न हो। उसकी इंग्लिश अच्छी नहीं है तो उसे रोजगार में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जो कि हिदी बोलने वाले के आत्मविश्वास को गहरा आघात पहुंचता है।