ईद से चंद घंटे पहले कह दिया तलाक.तलाक.तलाक
छह दिनों से बीमार महिला को कतई अंदाजा नहीं कि दवाई के लिए महज बीस रुपए मांगने पर पति ईद से चंद घंटे पहले पति तलाक देकर घर से बाहर कर देगा। तीन तलाक आरोपित ने पत्नी से उसके दो मासूम बच्चों को छीन लिया। रोती बिलखती पीड़िता मायके पहुंची और परिजन को मामले की जानकारी दी। जिसे सुनकर परिजन के होश उड़ गए। इंसाफ के लिए कोतवाली पहुंची पीड़िता को पुलिस ने कल आने की बात कहकर टरका दिया।
जागरण संवाददाता, हापुड़:
छह दिनों से बीमार महिला को अंदाजा नहीं था कि दवाई लाने के लिए केवल बीस रुपये मांगना उसके जीवन में दु:खों का पहाड़ खड़ा कर देगा। दवाई के लिए रुपये मांगने पर उसके पति ने ईद से चंद घंटे पहले तीन तलाक देकर उसे घर से बाहर कर दिया। आरोपित ने पत्नी से दो मासूम बच्चों को भी छीन लिया। रोती बिलखती पीड़िता मायके पहुंची और परिजन को मामले की जानकारी दी। न्याय मांगने के लिए कोतवाली पहुंची पीड़िता को पुलिस ने अगले दिन आने को कहकर भेज दिया दिया।
केंद्र सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक को गैर कानूनी बनाने के लिए कानून बनाया है। इसके बावजूद मुस्लिम महिलाएं आज भी प्रताड़ना झेल रही हैं। ऐसा ही एक मामला हापुड़ कोतवाली क्षेत्र में प्रकाश में आया है। जहां छह दिनों से बीमार महिला द्वारा दवा लाने के लिए केवल 20 रुपये मांगने पर उसके पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने बताया कि लगभग दो वर्ष पहले उसकी शादी उसके ही मोहल्ले में रहने वाले एक युवक से हुई थी।
दहेज में कार न मिलने से नाराज उसके पति और ससुराल पक्ष के लोग अक्सर मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे। परिवार को बचाए रखने के लिए पीड़िता प्रताड़ना सहती रही। शादी के बाद उसने एक पुत्र और पुत्री को जन्म दिया। पीड़िता ने बताया कि पिछले छह दिनों से बीमार होने के बावजूद उसके पति और ससुराल वालों ने उसका इलाज कराने से भी इन्कार कर दिया। शनिवार शाम हालत बिगड़ने पर पीड़िता ने चिकित्सक से दवा लाने के लिए पति से 20 रुपये मांगे। इलाज के लिए रुपये देने के बजाय पति ने उसे तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया।
आरोपित ने डेढ़ वर्षीय पुत्र और छह माह की पुत्री को भी छीन लिया। रोती-बिलखती महिला घर के बाहर खड़ी होकर पति से मिन्नतें करती रही, लेकिन आरोपित का दिल नहीं पसीजा। इसके बाद पीड़िता मायके पहुंची और परिजन को मामले की जानकारी दी। पुत्री को लेकर परिजन उसकी ससुराल पहुंचे। आरोपित ने उन्हें धमकी देकर भगा दिया। रविवार सुबह न्याय के लिए पीड़िता कोतवाली पहुंची। पीड़िता ने बताया कि उसे पुलिस ने अगले दिन आने को कहकर कोतवाली से भेज दिया और मुकदमा दर्ज नहीं किया।
------------- -क्या बोले पुलिस अपर पुलिस अधीक्षक
घटना की जानकारी की जा रही है। तीन तलाक की घटना गंभीर है। मामले की जांच कर महिला की हर संभव मदद कर उसे न्याय दिलाया जाएगा। कोतवाली पहुंची पीड़िता का मुकदमा किस कारणवश दर्ज नहीं किया गया, इसकी भी जांच कराई जाएगी। किसी भी हाल में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। --सर्वेश कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक