Guru Purnima 2020: गुरू पूर्णिमा पर स्नान पर रोक के बावजूद ब्रजघाट पहुंचे श्रदालु, पुलिस ने वापस भेजा
ब्रजघाट में प्रवेश करने वाले मार्गों पर पहले ही बैरिकेटिंग की जा चुकी थी। जगह-जगह पुलिस तैनात थी। बावजूद इसके कुछ लोग पुलिस को चकमा देकर गंगा स्नान के लिए घाटों पर पहुंच गए।
ब्रजघाट (हापुड़) [राम मोहन शर्मा]। कोरोना वायरस के चलते गंगा में स्नान पर रोक के बावजूद रविवार को गुरू पूर्णिमा के मौके पर कुछ श्रद्धालु पुलिस को चकमा देकर स्नान करने पहुंच गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सख्ती दिखाते हुए उन लोगों को खदेड़ दिया। जिसके बाद घाटों पर सन्नाटा पसर गया। वहीं पुलिस ने शासन-प्रशासन के आदेश का पालन कराने के लिए घाटों पर गश्त शुरू कर दी है। स्नान करते हुए पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने लिए प्रशासन की टीम काफी प्रयास कर रही है ताकि लोगों को इस वायरस से बचाया जा सके। इसको देखते हुए शासन के आदेश पर प्रशासन ने ब्रजघाट में गंगा स्नान पर रोक लगा रखी है। जबकि गुरू पूर्णिमा के मौके पर हर साल लाखों श्रद्धालु गंगा में स्नान करने आते थे। लेकिन, इस बार रोक होने के चलते श्रद्धालुओं को गंगा घाट तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन ने पहले ही कमर कस ली थी।
ब्रजघाट में प्रवेश करने वाले मार्गों पर पहले ही बैरिकेटिंग की जा चुकी थी। जगह-जगह पुलिस तैनात थी। बावजूद इसके कुछ लोग पुलिस को चकमा देकर गंगा स्नान के लिए घाटों पर पहुंच गए। सूचना मिलते ही पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने घाटों पर पहुंचकर स्नान कर रहे लोगों को खदेड़ दिया। उपजिलाधिकारी विजय वर्धन तोमर का कहना है कि शासन के आदेशों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। कुछ लोग चोरी-छिपे स्नान करने पहुंच गए थे, वह पुलिस को देखकर भाग गए। ब्रजघाट में प्रवेश द्वार से लेकर घाटों पर सख्ती बरती जा रही है। ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले। लोगों से अपील है कि वह गंगा स्नान को ब्रजघाट न आएं।
खचाखच भरे रहते थे घाट
प्रत्येक वर्ष गुरू पूर्णिमा पर ब्रजघाट में गंगा किनारे घाट श्रद्धालुओं से खचाचक भरे रहते थे। यहां पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान अौर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से लाखों श्रद्धालु मां गंगा की जलधारा में स्नान करने के लिए आते हैं। गंगा में स्नान के बाद हवन, पूजन करने के बाद गरीब, असहायों को दान देकर पुण्य कमाते हैं।