Husband-Wife Suicide Case: माता-पिता की मौत के बाद बेसुध रिंकू बोला...पापा के पास जाऊंगा; मैं भी जहर खाऊंगा
Hapur News हापुड़ में कर्ज वसूली और फाइनेंस कंपनी के एजेंटों की प्रताड़ना से परेशान होकर जान देने वाले दंपती के बेटे रिंकू ने भी जहर खाकर जान देने की कोशिश की। रिंकू को लोगों ने पकड़ लिया और घर वापस लाया। रिंकू के भाई पिंटू की हालत भी खराब है। परिवार अभी तक थाने में तहरीर नहीं दे सका है।
जागरण संवाददाता, हापुड़। चाचा मुझे बहुत जरूरी काम से मेरठ जाना है। दो सौ रुपये दे दीजिए। रुपये लेते ही कर्ज वसूली व फाइनेंस कंपनी के एजेंटों की प्रताड़ना से परेशान होकर जान देने वाले दंपती का बेटा रिंकू दुकान से जहर खरीदने के लिए दौड़ पड़ा। दौड़ते हुए बेसुध रिंकू बोला...पापा के पास जाऊंगा। मैं भी जहर खाऊंगा। बस इतना सुनते ही स्वजन व ग्रामीण उसके पकड़ने के लिए दौड़ पड़े।
वहीं, गांव के अंतिम छोर पर किसी तरह उसे पकड़ा और घर वापस लेकर आए। माता-पिता व बहन की मौत से रिंकू ही नहीं उसका भाई पिंटू भी बदहवास की हालत में है। इसी के चलते पीड़ित परिवार आरोपितों के खिलाफ थाने में तहरीर भी नहीं दे सका है।
बता दें कि गांव सपनावत में ने करीब पांच माह पहले बच्चों की शिक्षा के लिए नगर कोतवाली क्षेत्र के मेरठ रोड स्थित बस अड्डे के पास कैपिटल फाइनेंस कंपनी से 3.50 लाख रुपए लोन लिया था। आर्थिक स्थित कमजोर होने के बाद वह किस्त जमा नहीं कर सके। फाइनेंस कंपनी के एजेंटों की प्रताड़ना से परेशान होकर 31 अगस्त की रात संजीव राणा उनकी पत्नी प्रेमवती (44 वर्षीय) पुत्री पायल (16 वर्षीय) ने जहर खा लिया था। जिसके बाद तीनों की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी।
संजीव राणा के भाई पवन ने बताया कि मंगलवार को दिनभर घर पर ग्रामीणों व रिश्तेदारों का तांता लगा रहा। रिंकू व पिंटू बार-बार रोते हुए बेहोश हो रहे थे। जिसके बाद चिकित्सकों से उन्हें दवा दिलाई गई। दोपहर के वक्त पुलिस भी उनके घर पहुंची। स्वजन ने पुलिस को घटना के संबंध में जानकारी दी। शाम के वक्त रिंकू की हालत कुछ ठीक हुई तो उसने आवश्यक कार्य से मेरठ जाने की बात की। मेरठ जाने के लिए रिंकू ने उनसे दो सौ रुपए मांगे। इसपर उन्होंने रिंकू को रुपए दे दिए। रुपए लेते ही रिंकू जहर खाकर जान देनी की बात की और घर से भाग गया। इसके बाद स्वजन व ग्रामीणों ने काफी दूर तक उसका पीछा किया और उसके पकड़कर घर ले आए।
संजीव की मौत से बड़े भाई की बिगड़ी मानसिक स्थिति
- पवन ने बताया कि संजीव की मौत का सदमा उसके बड़े भाई रामकुमार को सबसे अधिक लगा है। रामकुमार व संजीव दोनों के बीच काफी प्रेम था। उसकी मौत से रामकुमार की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है। वह बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं। न कुछ बोल रहे हैं न ही विलाप कर रहे हैं। उन्हें चिकित्सक के पास ले जाया गया तो पता चला कि मौत से गहरा सदमा लगा है।
बोले जिम्मेदार
अभी तक स्वजन ने कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी