न्याय नहीं मिला तो सड़कों पर होगा आंदोलन
पुलिस हिरासत में प्रदीत तोमर की मौत के मामले में रविवार को गांव लाखन में शोक सभा का आयोजन हुआ। जिसमें राजनीति दलों के नेताओं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। लोगों ने एक सुर में नामजद पुलिस वालों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिजन को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर सड़कों पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। आंदोलन की रणनीति तय करने के लिए जल्द ही एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
संवाद सहयोगी, पिलखुवा :
पुलिस हिरासत में प्रदीप तोमर की मौत के मामले में रविवार को गांव लाखन में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोकसभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। लोगों ने एक सुर में नामजद पुलिस वालों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिजन को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की है। मांग पूरी न होने पर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई। आंदोलन की रणनीति तय करने के लिए जल्द ही महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
शोक सभा में रविवार को सुबह दस बजे से ही राजनीतिक दलों के नेताओं का गांव लाखन में पहुंचना शुरू हो गया था। सपा, भाजपा, बसपा, रालोद के कई दिग्गज नेताओं के साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी शोक सभा में पहुंचे। प्रदेश के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर ने कहा कि पुलिस ने एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या की है। दोषी पुलिस कर्मियों की शीघ्र गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने पार्टी की तरफ से पीड़ित परिजन को आर्थिक मदद दिलाने का भी आश्वासन दिया। पूर्व प्रदेश राज्यमंत्री मदन चौहान ने कहा कि घटनाक्रम से जुड़े साक्ष्य और वीडियो पुलिस वालों का अपराध दर्शा रही है। पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री का प्रयोग करने के कारण ही प्रदीप की मौत हो गई। ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए। सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष किशन सिंह तोमर ने कहा कि शासन-प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा। सपा नेता अतुल प्रधान ने कहा कि जब तक पीड़ित को इंसाफ नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगी। सरकार पीड़ित की मदद कर आरोपितों की गिरफ्तारी कराए।
भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉ. विकास अग्रवाल ने कहा कि घटना के बाद से उनकी पार्टी दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है। पुलिस और प्रशासन के इस रवैये को शीर्ष नेतृत्व के संज्ञान में डाला जाएगा। शोक सभा में कुछ नेताओं ने पुलिस अधिकारियों द्वारा न्याय न दिलाने पर उच्च न्यायालय की शरण में जाने का जिक्र किया। जिला पंचायत अध्यक्ष अमृता कुमार, रालोद के प्रदेश प्रवक्ता अजयवीर सिंह, संजय तोमर, धीरज सिंह राणा, अभिषेक सोम, नागेंद्र तोमर, लज्जा रानी गर्ग, सुबोध नागर, हिमांशु राणा, सीएम चौहान, उमेश राणा, प्रवीण मित्तल, अभिषेक तोमर, सचिन पुंडीर आदि मौजूद रहे।
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कई बार गरमाया माहौल
- शोक सभा के दौरान नेताओं के जोश भरे विचारों के कारण कई बार माहौल गरमाया। क्षेत्रीय दल के एक नेता द्वारा सपा और भाजपा दोनों दलों के नेताओं पर निशाना साधने के बाद तल्खी बढ़ी थी। सपा नेताओं ने भाजपा नेताओं की मौजूदगी में प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की जमकर धज्जियां उड़ाई। कार्यक्रम का संचालन व्यापारी नेता पंकज मित्तल और अनिल तोमर ने किया।
---------- -शोक सभा स्थल से 100 मीटर दूर रही पुलिस
शोक सभा के कारण लाखन में गांव में हापुड़ के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के जनपद का भी पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि पुलिस शोक सभा स्थल से लगभग 100 मीटर की दूरी पर तैनात रही। लाखन मार्ग पर पीएसी तैनात रही। छिजारसी पुलिस चौकी पर अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव, अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्रा, उपजिलाधिकारी धौलाना विशाल यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी हापुड़ राजेश कुमार, अशोक कुमार शुक्ल ने डेरा डाले रहे।
------- -परिजन की मांग
- दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो
- पीड़ित परिवार को पांच करोड़ की आर्थिक मदद मिले
- मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए
- मृतक के परिजन को आजीवन सुरक्षा प्रदान की जाए
- परिजन को पांच एकड़ कृषि भूमि आवंटित की जाए
- मृतक के परिजन को आवास उपलब्ध कराया जाए
--------- -एसपी से मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल
प्रदेश के पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की माने तो पुलिस अधीक्षक ने निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री मदन चौहान, विधान परिषद के सदस्य संजय लाठर, अतुल प्रधान, पूर्व जिलाध्यक्ष सुबोध नागर, रालोद प्रदेश उपाध्यक्ष शिव कुमार त्यागी और संजय कुमार आदि मौजूद रहे।
---------- -क्या है मामला
लाखन गांव निवासी प्रदीप तोमर एक कंपनी में सुरक्षा कर्मी थे। 13 अक्टूबर को पुलिस ने प्रदीप को हिरासत में लिया था। उसे छिजारसी पुलिस चौकी में रात भर रखा, जहां उसकी मौत हो गई। आरोप है कि पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री का प्रयोग किए जाने से प्रदीप की मौत हुई है। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह के निर्देश पर पुलिस क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार मिश्रा, तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक योगेश बालियान, छिजारसी पुलिस चौकी प्रभारी अजब सिंह और सिपाही मनीष चौहान के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है।