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अमृतसर जैसी रेल दुर्घटना होने का खतरा

अमृतसर में रावण दहन के दौरान हुए दर्दनाक हादसे की पुनरावृत्ति पिलखुवा शहर में होने की संभावना से पूरी तरह इन्कार नहीं किया जा सकता है। दरअसल रामलीला मैदान के लिए लिए अधिकांश शहर वासी रेलवे ट्रैक से होकर पैदल आवागमन करते है। हालांकि वाहनों के आवागमन के लिए फ्लाई ओवर बना है। मेले के दौरान रेलवे ट्रैक पर भारी पुलिस बल तैनात रहता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 06:29 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 06:29 PM (IST)
अमृतसर जैसी रेल दुर्घटना होने का खतरा
अमृतसर जैसी रेल दुर्घटना होने का खतरा

संजीव वर्मा, पिलखुवा:

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हैंडलूम नगरी में भी अमृतसर जैसी दर्दनाक दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। यहां भी रामलीला मैदान के निकट रेल की पटरियां स्थित हैं। रामलीला मैदान में जाने के लिए अधिकांश नागरिक इन रेल की पटरियों को पार कर आवागमन करते हैं। हालांकि वाहनों के आवागमन के लिए फ्लाई ओवर बना है। मेले के दौरान पटरियों पर भारी पुलिस बल तैनात रहता है।

पिलखुवा में रामलीला मैदान की एक ओर राष्ट्रीय राजमार्ग है और दूसरी ओर रेल की पटरियां। गांधी बाजार में स्थित रामलीला मैदान के आसपास रहने वाले जाम के मद्देनजर वर्ष 2015 में गांधी बाजार स्थित रेलवे क्रा¨सग पर फ्लाईओवर बनाया गया था। इसके चलते वाहनों का आवागमन फ्लाई ओवर के ऊपर से होता है, लेकिन पैदल लोग रेलवे लाइन को पार कर ही आवागमन करते है। पिछले दिनों रामलीला मैदान के पास ही रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आकर छह युवकों की मौत हो गई थी। दिल्ली-मुरादाबाद रेल मार्ग पर बड़ी संख्या में रेलगाड़ियों एवं मालगाड़ियों का आवागमन हैं। इस कारण रामलीला मेले के आयोजन के दौरान किसी बड़े हादसे की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। रामलीला मेले में हर वर्ष लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इस बार भी रोजाना बड़ी संख्या में भीड़ देखने को मिली थी। प्रशासन को अमृतसर जैसी दुर्घटना को रोकने के लिए ठोस योजना तैयार करनी होगी।

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-मेले के दौरान रेलमार्ग पर दर्शकों के आवागमन पर विशेष ध्यान दिया जाता है। पुलिस के अलावा कमेटी के पदाधिकारी रेलमार्ग के दोनों ओर तैनात रहते है। रेलगाड़ी आते देख श्रद्धालुओं को रेलमार्ग को पार करने से रोका जाता है।

--अखिलेश मित्तल, मेला अधिकारी

-मेले में बढ़ती भीड़ के मद्देनजर पुलिस कर्मी रेलवे क्रा¨सग पर तैनात रहते है। रेलगाड़ियों के आवागमन के दौरान पुलिस कर्मी मुस्तैद रहते है। --लक्ष्मण वर्मा, कोतवाली प्रभारी, पिलखुवा

-रेलवे क्रा¨सग पर छह युवकों की मौत के बाद रेलवे लाइन के दोनों ओर दीवार का निर्माण कराया गया था, लेकिन लोगों ने अपनी सुविधा के लिए जगह-जगह से दीवार गिरा दी है। दुर्घटना से बचने के लिए क्रॉ¨सग पर दीवार लगाने के संबंध में रेलवे अधिकारियों से बातचीत की जाएगी। --हनुमान प्रसाद, उपजिलाधिकारी


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