उप्र शिक्षा परिषद के छात्रों को देनी होगी प्री-बोर्ड परीक्षा
यूपी बोर्ड के विद्यार्थियों को पहली बार प्री-बोर्ड परीक्षाएं देनी होंगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन स्कूलों को इसका निर्देश जारी कर दिया है। दिसंबर और जनवरी माह के पहले सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करनी होंगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बोर्ड परीक्षा से पहले हाईस्कूल व इंटर के विद्यार्थियों का अच्छी तरह से रिवीजन कराया जा सके। वैसे तो यूपी बोर्ड के स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षा संचालित कराने का ही
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर
उप्र शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों को पहली बार प्री-बोर्ड परीक्षाएं देनी होंगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने सभी राजकीय, सहायता प्राप्त एवं वित्तविहीन स्कूलों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। दिसंबर और जनवरी माह के पहले सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करनी होंगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बोर्ड परीक्षा से पहले हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों का अच्छी तरह से रिवीजन कराया जा सके। उप्र शिक्षा परिषद के स्कूलों में प्री-बोर्ड परीक्षा संचालित कराने की परंपरा नहीं है। इन स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा और यूनिट टेस्ट ही होते हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने बताया कि उप्र शिक्षा परिषद से संबद्ध सभी स्कूलों को इसे संचालित कराने का निर्देश जारी कर दिया है। इससे पहले सभी कॉलेजों को हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट का पाठ्यक्रम खत्म करना होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि कॉलेजों में लगभग पूरा पाठ्यक्रम पढ़ा दिया गया है। अब कक्षाओं में इसे दोहराया जा रहा है। दिसंबर के अंतिम और जनवरी के पहले सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षाएं करानी होंगी। सात फरवरी से बोर्ड परीक्षा शुरू हो जाएगी। इससे पहले परीक्षा आयोजित कर उसका विश्लेषण करना होगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर उनकी समीक्षा करनी होगी। साथ ही प्राप्त अंकों के आधार पर छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी करानी होगी। पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिए अलग से कक्षाएं संचालित करनी होंगी। यह व्यवस्था लागू की जा रही है। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा परिणाम बेहतर करने और राज्य मेरिट में अधिक से अधिक छात्रों के आने लिए यह कवायद की जा रही है। उन्होंने बताया कि कॉलेजों को प्रचार करना होगा कि जो छात्र मेरिट में आएंगे उन्हें मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे और आर्थिक पुरस्कार भी दिया जाएगा। साथ ही उनके घर तक सड़क भी बनाई जाएगी। छात्रों को शिक्षा में बेहतर प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए हर हाल में प्रेरित किया जाएगा।