Covid-19 Lockdown: वट अमावस्या पर भी नहीं हुआ गंगा में स्नान, घाटों पर पसरा सन्नाटा
सिर्फ अस्थि विसर्जन करने के लिए आए लोगों को मिली एंट्री। वट अमावस्या पर गंगा के स्नान से मिलता है पुण्य।
ब्रजघाट, राम मोहन शर्मा। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच पुलिस की सख्ती ब्रजघाट में वट अमावस्या पर भी देखने को मिली। गंगा में स्नान करके पुण्य कमाने वालों को स्नान नहीं करने दिया। घाटों पर सन्नाटा पसरा रहा। क्योंकि पुलिस ने पहले से ही ब्रजघाट को सील कर दिया था। सिर्फ अस्थि विसर्जन को आए लोगों को ही घट पर एंट्री दी गई।
लॉकडाउन के कारण इस साल वट अमावस्या पर ब्रजघाट पर सन्नाटा रहा। शुक्रवार सुबह स्थानीय लोग अपने परिवार के साथ स्नान करने गंगा के स्नान के लिए जाने लगे। पुलिस ने रोका तो कुछ लोग पुलिस से उलझने लगे लेकिन, पुलिस ने उन्हें समझाकर बीच से ही वापस लौटा दिया। जबकि कुछ लोगों ने बहादुरगढ़ के गांव पूठ में गंगा में स्नान किया और अपने-अपने घरों को लौट गए।
पंडित मनोज तिवारी ने बताया कि आज ज्येष्ठ अमावस्या है। इस दिन वट सावित्री व्रत और शनि जयंती दोनों हैं। धार्मिक ग्रंथों में अमावस्या और पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पूजा, जप, तप, दान-पुण्य करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति है। इस दिन पितरों को तर्पण करने का भी विधान है। इससे उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार गंगा में स्नान न कर पाने के चलते श्रद्धालुओं को मायूसी हाथ लगी। उपजिलाधिकारी विजयवर्धन तोमर ने बताया कि लॉकडाउन के चलते गंगा स्नान पर रोक है। किसी को भी लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा।