संग्रह अमीनों ने भी एसडीएम के खिलाफ खोला मोर्चा
अधिवक्ताओं और उपजिलाधिकारी के बीच चल रहा गतिरोध अभी समाप्त भी नहीं हुआ था कि उपजिलाधिकारी के खिलाफ संग्रह अमीन भी मैदान में कूद पड़े हैं। अमीनों ने उपजिलाधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए हठधर्मिता और उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में अमीनों ने उपजिलाधिकारी के ट्रांसफर की मांग करते हुए मंडलायुक्त से शिकायत की है। मंडलायुक्त के आदेश पर अपर जिलाधिकारी ने जांच बैठाते हुए उपजिलाधिकारी से जबाव तलब किया है।
संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर : अधिवक्ताओं और उपजिलाधिकारी के बीच चल रहा गतिरोध अभी समाप्त भी नहीं हुआ था कि उपजिलाधिकारी के खिलाफ संग्रह अमीन भी मैदान में कूद पड़े हैं। अमीनों ने उपजिलाधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए हठधर्मिता और उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में अमीनों ने मंडलायुक्त से शिकायत कर उपजिलाधिकारी का स्थानांतरण किए जाने की की है। मंडलायुक्त के आदेश पर अपर जिलाधिकारी ने मामले की जांच करते हुए उन पर लगाए गए आरोपों पर उपजिलाधिकारी से जबाव मांगा है।
तहसील में काम करने वाले संग्रह अमीनों ने मंडलायुक्त को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि करीब ढाई माह पहले उपजिलाधिकारी ज्योति राय ने एक अमीन को बिना जांच किए और बिना नोटिस दिए नियम विरुद्ध निलंबित कर दिया था। इसके बाद अमीन हड़ताल पर चले गए थे। तीन जुलाई को जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप कर अमीन को बहाल कराया था। अमीनों का कहना है कि उसके बाद चार-पांच दिन तक उपजिलाधिकारी का व्यवहार ठीक रहा, लेकिन वह दोबारा दुर्व्यहार करने लगीं। संग्रह अमीनों ने उपजिलाधिकारी ज्योति राय पर किसी की बात नहीं सुनने और अमीनों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए उनका स्थानांतरण करने की मांग की है। मंडलायुक्त के आदेश पर अमीनों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए अपर जिलाधिकारी जयनाथ यादव ने मामले की जांच के लिए उपजिलाधिकारी से जबाव मांगा है।
उल्लेखनीय है कि लगभग दो माह पहले अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी के व्यवहार पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए उनके न्यायालय का बहिष्कार कर दिया था। तब भी काफी दिनों तक न्यायिक कार्य बाधित रहा था। अधिवक्ता एक बार फिर हड़ताल पर हैं, जिसका खामियाजा वादकारियों को भुगतना पड़ रहा है। अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में उपजिलाधिकारी ज्योति राय का कहना है कि अमीनों द्वारा लगाए आरोप निराधार हैं।