सीएमओ ने किया औचक निरीक्षण, अनुपस्थित मिले चिकित्सक
प्रदेश सरकार के लगातार स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने के आदेशों की स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात चिकित्सक अनदेखी कर रहे हैं। इसकी बानगी मंगलवार सुबह मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित उप मुख्य चिकित्साधिकारियों द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के दौरान सामने आईं। सीएमओ ने सुबह आठ बजे पिलखुवा धौलाना में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित कई पीएचसी का निरीक्षण किया। इस दौरान चिकित्सा प्रभारी सहित कई
जागरण संवाददाता, हापुड़ : प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने के आदेशों की स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात चिकित्सक अनदेखी कर रहे हैं। मंगलवार सुबह मुख्य चिकित्सा अधिकारी और उप मुख्य चिकित्साधिकारियों ने विभिन्न अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने सुबह आठ बजे पिलखुवा, धौलाना में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित कई चिकित्सक अनुपस्थित मिले। उन्होंने अनुपस्थित चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर एक दिवसीय वेतन काटा जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजवीर सिंह ने मंगलवार सुबह आठ बजे धौलाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश कुमार, डॉ. एसपी सिंह, डॉ. रंजीत आर्य और डॉ. चंद्र मोहन शेखर अनुपस्थित मिले। इसके बाद उन्होंने पिलखुवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। यहां डॉ. प्रमोद कुमार और फार्मासिस्ट शूरसैन अनुपस्थित मिले। पिलखुवा के राजकीय महिला चिकित्सालय में डॉ. रोशन लाल, फार्मासिस्ट धर्मेंद्र, डॉ. चंद्रा झा, डॉ. बबीता एवं स्टॉफ नर्स कमलेश अनुपस्थित पाए गए। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुरागी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कस्तला एवं गालंद का निरीक्षण किया। यहां डॉ. जी.के. तिवारी और स्टॉफ नर्स प्रिया सिंह अनुपस्थित मिले। उप मुख्य चिकित्सा डॉ. संजीव कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ब्रजघाट एवं बहादुरगढ़ का निरीक्षण किया। यहां डॉ. जफर कुरैशी अनुपस्थित मिले। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रवीन शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भैना और झड़ीना का निरीक्षण किया। इस अवसर पर डॉ. प्रेमपाल सिंह एवं ग्राम झड़ीना की स्टॉफ नर्स अनुपस्थित मिले। मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि अनुपस्थित चिकित्सकों और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं मिलने पर वेतन में एक दिन की कटौती की जाएगी। उन्होंने बताया कि निरीक्षण की प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने अधिकारियों को निरीक्षण के कार्य में शिथिलता नहीं बरतने की हिदायत दी हैं।
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